12 वर्षीय श्रीनंदा का भावुक पत्र: पिता के प्रति अनंत प्रेम

पिता के नाम लिखा हृदयस्पर्शी पत्र
“मेरे प्यारे पापा... मुझे यकीन है कि आप अब स्वर्ग में हैं, इसलिए यह पत्र स्वर्ग के लिए है। क्या आप वहां खुश हैं? मैं आपको कभी नहीं भूल सकती। आप कब लौटेंगे? मैं उस दिन का बेसब्री से इंतजार करूंगी...” ये भावनात्मक शब्द 12 वर्षीय श्रीनंदा ने अपने पिता के लिए लिखे, जो अब कभी वापस नहीं आएंगे।
प्रतियोगिता में श्रीनंदा का पत्र
स्वर्गवासी पिता के नाम लिखा भावुक पत्र
पनंगड नॉर्थ एयूपी स्कूल में आयोजित पठन मास समारोह के तहत विद्यारंगम कला साहित्य वेदी ने ‘पत्र लिखें, पुरस्कार जीतें’ नामक प्रतियोगिता का आयोजन किया। जब शिक्षकों ने पोस्टबॉक्स खोला, तो श्रीनंदा का पत्र पढ़कर उनकी आंखों में आंसू आ गए। जबकि अधिकांश छात्रों ने अपने दोस्तों, शिक्षकों या लेखकों को पत्र लिखा, श्रीनंदा ने अपने पिता को चुना, जिनका पिछले साल एक बाइक दुर्घटना में निधन हो गया था।
भावनाओं से भरा पत्र
हर एक पंक्ति में उमड़ रही थीं भावनाएं
‘स्वर्ग को एक पत्र’ शीर्षक से शुरू हुआ यह पत्र पिता के प्रति श्रीनंदा के प्रेम और उनकी अनुपस्थिति की पीड़ा से भरा था। हर पंक्ति में उनकी भावनाएं झलक रही थीं, जिसने शिक्षकों सहित सभी को भावुक कर दिया। श्रीनंदा के पिता बैजू, जो परिवार के एकमात्र कमाने वाले थे, की अचानक मृत्यु ने न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव को झकझोर दिया। अब श्रीनंदा की मां धन्या एक बेकरी में काम कर परिवार का पालन-पोषण कर रही हैं।
पत्र की मार्मिक समाप्ति
पत्र की अंतिम पंक्तियां
श्रीनंदा ने अपने पत्र को इन मार्मिक शब्दों के साथ समाप्त किया: “किसी दिन, मैं आपसे फिर मिलूंगी, पापा। मैं अच्छे से पढ़ रही हूं, पापा... और मां हमारा अच्छा ख्याल रख रही हैं। मैं आपको किस करना चाहती हूं पापा। हमेशा आपकी, श्रीमोल.” इस भावनात्मक पत्र ने लगभग सौ प्रविष्टियों में से पहला पुरस्कार जीता।
शिक्षिका की प्रतिक्रिया
शिक्षिका की प्रतिक्रिया
विद्यारंगम कला साहित्य वेदी की संयोजक शिक्षिका अनामिका ने कहा, “इस पत्र की गहरी भावनाओं के साथ-साथ इसकी भाषा और सामग्री अविश्वसनीय रूप से प्रभावशाली और हृदयस्पर्शी है.”