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23 नवंबर का मौसम: चक्रवाती बवंडर और ठंड का असर

23 नवंबर के मौसम में चक्रवाती बवंडर और ठंड का प्रभाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दक्षिणी राज्यों में चक्रवाती बवंडर बन सकता है, जबकि उत्तर भारत में ठंड और कोहरे का असर बढ़ेगा। जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी से पर्यटन स्थलों की खूबसूरती बढ़ गई है। जानें और क्या-क्या बदलाव आ सकते हैं और किन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है।
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23 नवंबर का मौसम: चक्रवाती बवंडर और ठंड का असर

23 नवंबर का मौसम

23 नवंबर का मौसम: मौसम में तेजी से बदलाव आ रहा है और आने वाले दिनों में कई राज्यों में स्थिति और बिगड़ सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 22 और 23 नवंबर को देश के दक्षिणी हिस्से में चक्रवाती बवंडर बनने की संभावना है, जिसका प्रभाव तटीय राज्यों पर पड़ेगा। वहीं, उत्तर भारत में शीतलहर, कोहरा और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा।


उत्तर भारत में ठंड और कोहरे का प्रभाव

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2 से 3 दिनों तक उत्तर भारत का तापमान स्थिर रहने की उम्मीद है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कोहरा और बर्फबारी ने पर्यटन स्थलों की खूबसूरती को और बढ़ा दिया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज शीतलहर चल रही है और संवेदनशील इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है।


हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण सुबह और शाम की ठंड बढ़ गई है। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के कारण स्थिति और खराब हो गई है, जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में सुबह के समय घना कोहरा छाने की संभावना है। ग्रामीण क्षेत्रों में पाला गिरने की भी आशंका है।


कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के कई हिस्सों में बर्फ की मोटी चादर जम चुकी है, जिससे बर्फीली हवाएं और भी सिहरन बढ़ा रही हैं।


चक्रवाती बवंडर का खतरा

IMD ने चेतावनी दी है कि अगले तीन दिनों में केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में लो-प्रेशर एरिया बनने की संभावना है, जो सोमवार तक चक्रवाती तूफान (सेन्यार) में बदल सकता है।


समुद्री चक्रवात की स्थिति में तेज हवाएं, गरज-चमक के साथ भारी बारिश और तटीय क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है। तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में अगले 3 दिनों तक आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं देखी जा सकती हैं।


पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम की गतिविधियां

पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में भी मौसमी गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है। कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं की संभावना है।