Apple का फोल्डेबल iPhone भारत में निर्माण की योजना

Apple का फोल्डेबल iPhone भारत में निर्माण
Foldable iPhone India Apple: Apple भारत में फोल्डेबल iPhone के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। निक्केई एशिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ताइवान में इस डिवाइस के लिए टेस्ट प्रोडक्शन लाइन स्थापित करने के लिए सप्लायर्स के साथ बातचीत कर रही है, जिसका उद्देश्य भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन करना है।
टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी का लक्ष्य अगले वर्ष फोल्डेबल iPhone के लॉन्च के साथ कुल फोन शिपमेंट में 10 प्रतिशत की वृद्धि करना है। वर्तमान में, अमेरिका और चीन के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए, Apple को अपने उत्पादन को चीन से बाहर स्थानांतरित करने में सहायता मिल सकती है।
ताइवान में सप्लायर्स की जमीन की खोज
निक्केई एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, Apple के सप्लायर्स ने नॉर्थ ताइवान में जमीन की तलाश शुरू की है। हालांकि, इस योजना की पुष्टि अभी नहीं हुई है। ताइवान में सबसे बड़ी चुनौतियों में सीमित भूमि और श्रम की उपलब्धता शामिल है, क्योंकि एक पायलट लाइन के लिए लगभग 1,000 कर्मियों की आवश्यकता होती है।
Apple के सप्लायर्स इंजीनियरिंग संसाधनों और इकोसिस्टम का उपयोग करके एक छोटी पायलट लाइन स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, जो डिवाइस के वेरिफिकेशन और फोल्डेबल iPhone के निर्माण के लिए आवश्यक मानकों को निर्धारित करेगी। इस प्रक्रिया के सफल होने के बाद, इसे भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए दोहराया जाएगा। इसका उद्देश्य सीखने की प्रक्रिया को तेज करना और भारत में इसे सही तरीके से लागू करना है।
2026 में Apple के शिपमेंट में वृद्धि
Apple को उम्मीद है कि फोल्डेबल iPhone की मांग में वृद्धि होगी, जिसमें फोल्डेबल और नियमित दोनों मॉडल शामिल हैं। प्रारंभिक योजनाओं के अनुसार, 2026 में लगभग 9.5 करोड़ iPhone का उत्पादन होने की संभावना है, जो पिछले वर्षों में सबसे अधिक होगा और 2025 की तुलना में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्शाता है। इससे कुल शिपमेंट 24 करोड़ यूनिट से अधिक हो जाएगा। इस वर्ष लॉन्च हुई iPhone 17 सीरीज के लिए Apple ने 8.5 करोड़ यूनिट का अनुमान लगाया है, जिससे 2025 में अनुमानित 22 करोड़ iPhone का उत्पादन होगा। बाजार की प्रतिक्रिया के आधार पर उत्पादन में बदलाव संभव है।
ताइवान-भारत योजना को अमेरिका-चीन और चीन-भारत के बीच तनावों से निपटने के एक नए तरीके के रूप में भी देखा जा रहा है। Apple भारत में उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयासरत है, लेकिन उसे चीन से उपकरण आयात करने और चीनी इंजीनियरों को नियुक्त करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने बताया कि Apple को अधिक भारतीय सप्लायर्स को अपने साथ जोड़ने की आवश्यकता है और साथ ही ताइवान से नए उपकरण सप्लायर्स को भी लाना होगा।