IDF ने गाजा में हमास के प्रमुख नेता को किया ढेर

गाजा में लक्षित हवाई हमला
इजरायली रक्षा बल (IDF) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि उसने गाजा सिटी के सबरा क्षेत्र में एक लक्षित हवाई हमले में हमास के वरिष्ठ सैन्य नेता हाकम मोहम्मद इस्सा अल-इस्सा को मार गिराया है। IDF के अनुसार, अल-इस्सा 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुए भीषण हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए और 250 से ज्यादा लोग बंधक बने।
अल-इस्सा की भूमिका
IDF ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि हाकम मोहम्मद इस्सा अल-इस्सा ने हमास की सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने, प्रशिक्षण देने और 7 अक्टूबर के नरसंहार की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह हमास के हवाई और नौसैनिक हमलों की रणनीति तैयार करने में भी शामिल था। बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि अल-इस्सा गाजा पट्टी में हमास के बचे हुए कुछ वरिष्ठ नेताओं में से एक था और वह संगठन की क्षतिग्रस्त संरचना को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा था.
हमले का विवरण
🔴 ELIMINATED: eliminated Hakham Muhammad Issa Al-Issa—one of the founders of Hamas’ military wing.
— Israel Defense Forces (@IDF) June 28, 2025
Issa led Hamas’ force build-up, training, and planned the October 7 massacre. As Head of Combat Support, he advanced aerial & naval attacks against Israelis.
The IDF & ISA will… pic.twitter.com/pzf7DgQc19
यह हवाई हमला शुक्रवार रात को गाजा सिटी के सबरा क्षेत्र में किया गया, जिसमें इजरायली सुरक्षा एजेंसी (ISA) के सहयोग से ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। IDF ने दावा किया कि इस ऑपरेशन में सटीक हथियारों का उपयोग किया गया ताकि आसपास के नागरिकों को न्यूनतम नुकसान हो।
7 अक्टूबर का हमला
7 अक्टूबर 2023 का हमला, जिसे हमास ने "ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड" कहा, इजरायल-हमास संघर्ष में एक महत्वपूर्ण और विनाशकारी घटना थी। इस हमले ने इजरायल में व्यापक तबाही मचाई और इसके जवाब में इजरायल ने गाजा में एक बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया, जो अभी भी जारी है.
मानवीय संकट
गाजा में चल रहे इस संघर्ष ने क्षेत्र में मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों में अब तक 56,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं। इस बीच, हमास के पास अभी भी 50 बंधक हैं, जिनमें से आधे से अधिक के मृत होने की आशंका है.