MIT की भारतीय छात्रा मेघा वेमुरी का फिलिस्तीन समर्थन भाषण विवाद का कारण बना

MIT में मेघा वेमुरी का विवादास्पद भाषण
कैम्ब्रिज: अमेरिका के मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान (MIT) में भारतीय छात्रा मेघा वेमुरी के फिलिस्तीन के समर्थन में दिए गए भाषण ने विवाद को जन्म दिया है। उन्होंने इजरायल पर निर्दोष लोगों की हत्या का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय से इजरायल के साथ अपने संबंध समाप्त करने की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने अपने सहपाठियों से भी फिलिस्तीनियों के समर्थन में खड़े होने का आग्रह किया।
लाल रंग की किफिया पहने हुए वेमुरी ने विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उपस्थित बड़ी भीड़ से कहा, "आप लोग दिखा दीजिए कि MIT स्वतंत्र फिलिस्तीन चाहता है।" इस कार्यक्रम में छात्रों के साथ-साथ उनके परिवार और शिक्षक भी मौजूद थे।
यह ध्यान देने योग्य है कि अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में गाजा में इजरायली हमलों को लेकर पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है, और अमेरिकी प्रशासन ने कई छात्रों के खिलाफ कार्रवाई भी की है। वेमुरी ने अपने भाषण में कहा कि देश के शिक्षण संस्थान अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने MIT के इजरायल के साथ अनुसंधान संबंधों को शर्मनाक और मानवता के खिलाफ बताया।
वेमुरी ने कहा कि MIT के अनुसंधान संबंध केवल इजरायली सेना के साथ हैं, जिसका अर्थ है कि स्कूल गाजा में इजरायल द्वारा किए जा रहे नरसंहार का समर्थन कर रहा है। उन्होंने बताया कि MIT की अंडरग्रैजुएट और ग्रैजुएट स्टूडेंट यूनियन ने इजरायल के साथ संबंध तोड़ने के पक्ष में मतदान किया है, फिर भी छात्रों को विश्वविद्यालय के अधिकारियों से धमकियां मिलीं, लेकिन वे झुके नहीं। वेमुरी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि गाजा में अब कोई विश्वविद्यालय नहीं बचा है और इजरायल फिलिस्तीनियों को मिटाना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है कि MIT भी इसका हिस्सा है।
कौन हैं मेघा वेमुरी?
मेघा वेमुरी MIT में 2025 बैच की अध्यक्ष हैं। उनके भाषण के दौरान कई छात्रों ने "फ्री फिलिस्तीन" के नारे लगाए, जबकि कुछ अन्य शांत रहे। MIT ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। भारतीय मूल की मेघा वेमुरी का जन्म अल्फारेटा, जॉर्जिया में हुआ था। उन्होंने हाल ही में कंप्यूटर साइंस, न्यूरोसाइंस और भाषा विज्ञान में डिग्री हासिल की है और वह ग्रैजुएटिंग क्लास की अध्यक्ष रह चुकी हैं। वेमुरी मैकगवर्न इंस्टिट्यूट फॉर रिसर्च में भी काम कर चुकी हैं।