Mount Everest पर बर्फीले तूफान ने मचाई तबाही, 41 वर्षीय पर्वतारोही की मौत

माउंट एवरेस्ट पर बर्फीला तूफान
Mount Everest Snowstorm 2025 : माउंट एवरेस्ट के तिब्बती क्षेत्र में 6 अक्टूबर 2025 को एक भयंकर बर्फीला तूफान आया, जिसने गंभीर संकट उत्पन्न कर दिया। इस प्राकृतिक आपदा में 41 वर्षीय एक पर्वतारोही की हाइपोथर्मिया और ऊंचाई से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण मृत्यु हो गई। यह घटना उस समय हुई जब चीन में राष्ट्रीय अवकाश के चलते सैकड़ों पर्वतारोहियों और पर्यटकों ने दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों की ओर रुख किया था।
137 पर्वतारोहियों को सुरक्षित निकाला गया, कई अब भी लापता
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार, उत्तर पश्चिमी किंगाई प्रांत में तेज बर्फबारी के कारण फंसे 137 पर्वतारोहियों को बचाव दलों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। इन सभी की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, कुछ पर्वतारोही अब भी लापता हैं, जिनकी खोज के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
लाओहुगोऊ क्षेत्र में भारी हिमपात, कठिन भौगोलिक हालात
बर्फीले तूफान का प्रभाव किलियन पर्वत के लाओहुगोऊ क्षेत्र में पड़ा, जिसकी औसत ऊंचाई 4,000 मीटर से अधिक है। यह क्षेत्र अत्यंत जटिल और खतरनाक भौगोलिक संरचना वाला है, जहां मौसम का मिजाज पल-पल बदलता है। बताया गया है कि एक अक्टूबर से शुरू हुए आठ दिवसीय अवकाश के दौरान ट्रेकिंग के शौकीनों की भारी भीड़ इस इलाके में पहुंची थी। इसी कारण एक साथ सैकड़ों लोग इस बर्फीले तूफान की चपेट में आ गए।
माउंट एवरेस्ट की ढलानों पर 1,000 से अधिक पर्यटक फंसे
बीबीसी और सरकारी चैनलों की रिपोर्टों के अनुसार, चीन की ओर स्थित कर्मा घाटी में, जहां से माउंट एवरेस्ट की उत्तरी ढलानें दिखाई देती हैं, वहां लगभग 1,000 पर्वतारोही पर्यटक बर्फबारी में फंस गए थे। इनमें से अब तक 350 को सुरक्षित निकाला जा चुका है, लेकिन अभी भी 200 से अधिक लोग लापता हैं। सोशल मीडिया पर फंसे लोगों द्वारा साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों से स्थिति की गंभीरता स्पष्ट होती है। तेज हवाओं, गरजते बादलों और लगातार बर्फबारी ने पूरे इलाके को सफेद चादर में ढंक दिया है, जिससे राहत कार्यों में भारी बाधाएं आ रही हैं।
दक्षिण चीन में तूफान मैत्मो का प्रभाव
इसी बीच, दक्षिण चीन के ग्वांगदोंग प्रांत के झानजियांग शहर में स्थित शूवेन काउंटी के पूर्वी तट पर तूफान मैत्मो ने 5 अक्टूबर को दस्तक दी। स्थानीय प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए ग्वांगदोंग और हैनान प्रांतों से लगभग 3,47,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इस तूफान की तीव्रता ने प्रशासन की तैयारियों की परीक्षा ले ली, लेकिन समय रहते लिए गए कदमों से जनहानि को टालने में मदद मिली।
प्रशासन ने तेजी से कदम उठाए
मौसम की मार और मानवीय साहस की यह टकराहट चीन के पहाड़ी और समुद्री क्षेत्रों में एक बार फिर देखी गई। जहां एक ओर पर्वतारोहियों की जान बचाने के लिए रेस्क्यू टीमें दिन-रात जुटी हैं, वहीं दूसरी ओर तूफान से निपटने के लिए प्रशासन ने तेज़ी से कदम उठाए हैं। माउंट एवरेस्ट की ढलानों पर चल रहे राहत कार्यों की सफलता अब समय के साथ तय होगी, लेकिन यह घटना पर्यावरण और मौसम के प्रति हमारी तैयारी पर गंभीर सवाल जरूर खड़े करती है।