PPF में ब्याज दरों का नया अपडेट: जानें क्या है EEE टैक्स लाभ

PPF में ब्याज दरों का नया अपडेट
PPF में ब्याज दरों का नया अपडेट: केंद्र सरकार ने छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों की घोषणा कर दी है, जिसमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) की ब्याज दरें भी शामिल हैं।
यदि आप PPF में निवेश कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। सरकार ने अक्टूबर से शुरू होने वाली तीसरी तिमाही के लिए PPF की ब्याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। यह लगातार सातवीं तिमाही है जब ब्याज दरें स्थिर बनी हैं, जो निवेशकों को विश्वास दिलाती है।
ब्याज दर 7.1 प्रतिशत
PPF की वर्तमान ब्याज दर 7.1 प्रतिशत है। यह योजना, जो सरकार द्वारा समर्थित है, निवेशकों के बीच हमेशा से लोकप्रिय रही है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें निवेश की गई राशि, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी राशि सभी पूरी तरह से टैक्स-फ्री हैं, जिसे E-E-E (Exempt-Exempt-Exempt) स्टेटस कहा जाता है।
PPF खाता 15 वर्षों के लिए होता है, जिसे 5 साल की अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है। न्यूनतम निवेश ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष है। निवेशक मासिक या वार्षिक एकमुश्त राशि जमा कर सकते हैं। इसके अलावा, PPF पर अर्जित ब्याज सालाना कंपाउंड होता है, जिससे आपका पैसा चक्रवृद्धि ब्याज से तेजी से बढ़ता है। यदि कोई व्यक्ति हर साल अधिकतम ₹1.5 लाख का निवेश करता है, तो वह 15 साल बाद लाखों रुपये का टैक्स-फ्री रिटर्न प्राप्त कर सकता है।
योजना पूरी तरह सुरक्षित
इस योजना का एक और बड़ा लाभ यह है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है, क्योंकि यह केंद्र सरकार द्वारा गारंटीकृत है। बाजार में उतार-चढ़ाव का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
अकाउंट बैलेंस का 25% तक लोन
जरूरत पड़ने पर आप PPF से लोन भी ले सकते हैं। खाता खोलने के तीसरे और पांचवें वर्ष के बीच, आप अकाउंट बैलेंस का 25% तक लोन ले सकते हैं। इसके अलावा, सात साल पूरा होने के बाद आंशिक निकासी की सुविधा भी उपलब्ध है।
आसान उपलब्धता
PPF की एक और विशेषता यह है कि इसे आसानी से किसी भी डाकघर या अधिकृत बैंक में खोला जा सकता है। अब यह सुविधा ऑनलाइन भी उपलब्ध है, जिससे निवेशकों के लिए यह और भी सुविधाजनक हो गया है।
लंबी अवधि और सुरक्षित रिटर्न
PPF उन लोगों के लिए एक भरोसेमंद योजना है जो लंबी अवधि और सुरक्षित रिटर्न की तलाश में हैं। यदि कोई व्यक्ति हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश करता है, तो 15 साल बाद वह टैक्स-फ्री रिटर्न के रूप में लाखों रुपये का एक कोष बना सकता है।