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RCB की जीत का जश्न: बेंगलुरु में भगदड़ में 11 लोगों की जान गई

बेंगलुरु में IPL 2025 के विजेता RCB की जीत का जश्न एक भयानक हादसे में बदल गया, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ ने कई परिवारों को प्रभावित किया है। इस घटना के बाद, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजा बढ़ाने का ऐलान किया है, लेकिन लोगों में गुस्सा और आक्रोश बरकरार है। जानें इस दुखद घटना के बारे में और प्रभावित परिवारों की कहानी।
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RCB की जीत का जश्न: बेंगलुरु में भगदड़ में 11 लोगों की जान गई

बेंगलुरु में RCB की जीत का जश्न एक त्रासदी में बदल गया

बेंगलुरु में IPL 2025 के विजेता RCB की जीत का उत्सव एक भयानक हादसे में तब्दील हो गया, जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भीड़ ने नियंत्रण खो दिया और भगदड़ मच गई। इस दुखद घटना में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। यह हादसा अब केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि 11 परिवारों के लिए एक स्थायी घाव बन गया है।


एक पिता का दर्द

इनमें से एक परिवार 21 वर्षीय भूमिक लक्ष्मण का है, जिसके पिता बीटी लक्ष्मण अब अपने बेटे की कब्र पर बैठकर रो रहे हैं। 'मैं कहीं नहीं जाना चाहता, मैं यहीं रहना चाहता हूं,' ये शब्द उस पिता के हैं जो अपने बेटे के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर पा रहा। यह मार्मिक दृश्य अब पूरे कर्नाटक में आक्रोश और संवेदना का प्रतीक बन गया है।


दुखद दृश्य ने सबको झकझोर दिया

रोते हुए पिता की तस्वीर ने झकझोरा


कर्नाटक के हासन जिले में भूमिक लक्ष्मण की कब्र पर उनके पिता बीटी लक्ष्मण फूट-फूट कर रोते नजर आए। यह वीडियो अब वायरल हो रहा है, जिसे कर्नाटक बीजेपी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर साझा किया है। बीजेपी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर तीखा हमला करते हुए लिखा, 'हत्यारे मुख्यमंत्री @siddaramaiah, हत्यारे DCM @DKShivakumar… अगर आपको जश्न मनाना था तो अपने बच्चों और पोतों के साथ होटल में फोटो खिंचवा लेते, लेकिन विधानसभा की सीढ़ियों पर फोटो खिंचवाने की जिद ने 11 परिवारों की खुशियों को आंसुओं में बदल दिया है।' बीजेपी ने सवाल किया- क्या आप इस पिता को उसका बेटा लौटा सकते हैं?


सरकार ने मुआवजा बढ़ाया, लेकिन गुस्सा बरकरार

सरकार ने बढ़ाया मुआवजा, लोगों में अब भी गुस्सा


शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मृतकों के परिजनों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता को ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹25 लाख कर दिया। हालांकि, परिजनों और विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार की यह देरी आपराधिक लापरवाही को छुपाने का प्रयास है। पुलिस ने आयोजन में कुप्रबंधन के आरोप में RCB के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। वहीं, कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के अध्यक्ष रघु राम भट्ट और अन्य पदाधिकारियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर एफआईआर रद्द करने की मांग की है।


KSCA ने अपनी याचिका में कहा है कि यह हादसा एक 'अप्रत्याशित घटना' थी और RCB की जीत का जश्न मनाने का निर्णय राज्य सरकार का था। एसोसिएशन केवल वेन्यू रेंटल की जिम्मेदारी निभाता है, दर्शकों की भीड़ को नियंत्रित करना हमारी भूमिका में नहीं आता। FIR में पुलिस ने RCB, इवेंट मैनेजमेंट फर्म DNA एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स प्रा. लि. और KSCA को नामजद किया है।