UPI उपयोगकर्ताओं के लिए नया नियम: तुरंत रिफंड की सुविधा
UPI ट्रांजेक्शन में राहत
UPI का उपयोग करने वाले लाखों लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अब, यदि आपका ट्रांजेक्शन विफल हो जाता है, तो आपको तुरंत रिफंड मिलेगा। इसके लिए अब लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) 15 जुलाई से इस नए नियम को लागू करने जा रहा है। इसके तहत, यदि आपके खाते से पैसे कट जाते हैं लेकिन भुगतान नहीं होता है, तो आपको तुरंत रिफंड मिल जाएगा। इसका मतलब है कि आपका पैसा तुरंत आपके खाते में वापस आ जाएगा। इसके अलावा, यदि आप गलत UPI नंबर पर पैसे भेजते हैं, तो आप अपने बैंक से रिफंड मांग सकते हैं। नई गाइडलाइन के अनुसार, अब बैंक NPCI की पूर्व अनुमति के बिना कुछ अस्वीकृत चार्जबैक को सीधे स्वीकार कर सकेंगे।हालांकि, मौजूदा प्रणाली में यदि कोई बैंक UPI चार्जबैक अनुरोध को बार-बार अस्वीकृत करता है, तो NPCI सिस्टम अपने आप आगे की प्रक्रिया रोक देता है। इसके लिए बैंक को मैन्युअल रूप से NPCI से केस को "व्हाइटलिस्ट" करने के लिए याचिका दायर करनी पड़ती है। यह प्रक्रिया धीमी और जटिल थी, जिससे ग्राहकों को रिफंड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। नए चार्जबैक सिस्टम के साथ, यह प्रक्रिया अब काफी तेज और सरल हो जाएगी।
NPCI ने UPI भुगतान के तरीके में भी सुधार किया है। पहले, भुगतान 30 सेकंड में हो जाता था, लेकिन अब यह केवल 10-15 सेकंड में पूरा होगा। यह नया नियम 16 जून, 2025 से लागू हो गया है। पिछले महीने NPCI ने बैंकों और भुगतान ऐप्स को अपने सिस्टम को अपडेट करने के लिए कहा था, ताकि भुगतान केवल 15 सेकंड में हो सके। NPCI ने 26 अप्रैल, 2025 को कहा था कि वह UPI ट्रांजैक्शन के रिस्पॉन्स टाइम को कम करने के लिए प्रयास कर रहा है।