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WTC फाइनल 2025: स्टार्क और हेजलवुड ने बनाया नया रिकॉर्ड

WTC फाइनल 2025 में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की 10वें विकेट के लिए 59 रन की साझेदारी ने इतिहास रच दिया। जानें कैसे ऑस्ट्रेलिया ने 281 रन की बढ़त बनाई और साउथ अफ्रीका को 282 रन का लक्ष्य दिया। क्या साउथ अफ्रीका इस चुनौती को स्वीकार कर पाएगी या ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर चैंपियन बनेगी? इस रोमांचक मुकाबले के सभी महत्वपूर्ण पल जानें।
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WTC फाइनल 2025: स्टार्क और हेजलवुड ने बनाया नया रिकॉर्ड

WTC फाइनल 2025 में ऑस्ट्रेलिया का ऐतिहासिक प्रदर्शन

WTC Final 2025: लॉर्ड्स के प्रतिष्ठित मैदान पर चल रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की अंतिम जोड़ी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक नया इतिहास रच दिया। मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड ने 10वें विकेट के लिए 59 रन की शानदार साझेदारी की, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बढ़त को 281 रन तक पहुंचा दिया। लंच से पहले ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 207 रन पर आउट हो गई। अब साउथ अफ्रीका को खिताब जीतने के लिए 282 रन बनाने होंगे।


स्टार्क और हेजलवुड की अद्भुत साझेदारी

स्टार्क और हेजलवुड ने रचा इतिहास


मिचेल स्टार्क ने नाबाद 58 रन बनाए, जबकि जोश हेजलवुड ने 17 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। दोनों के बीच की 59 रन की साझेदारी ICC टूर्नामेंट के फाइनल में 10वें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी बन गई है। इससे पहले यह रिकॉर्ड 1975 वर्ल्ड कप फाइनल में डेनिस लिली और जेफ थॉमसन के नाम था, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 41 रन जोड़े थे।


ऑस्ट्रेलिया की संघर्षपूर्ण पारी

ऑस्ट्रेलिया की हालत खराब थी, फिर भी किया कमाल


एक समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 73 रन पर 7 विकेट था। साउथ अफ्रीका को लग रहा था कि वे जल्द ही ऑस्ट्रेलिया को ऑलआउट कर देंगे, लेकिन स्टार्क और हेजलवुड ने उन्हें रोक दिया। स्टार्क ने धैर्य से खेलते हुए अपना 11वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।


ऑस्ट्रेलिया के पास चैंपियन बनने का सुनहरा मौका

ऑस्ट्रेलिया को लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने का मौका


ऑस्ट्रेलिया इस टूर्नामेंट की मौजूदा चैंपियन है। 2023 में उसने फाइनल में भारत को हराया था। अब उसके पास लगातार दूसरी बार ट्रॉफी जीतने का सुनहरा मौका है। हालांकि, लॉर्ड्स के मैदान पर टेस्ट की चौथी पारी में 200 से ज्यादा रन का टारगेट बहुत मुश्किल रहा है। अब तक सिर्फ 4 बार ऐसा हुआ है और 2005 के बाद केवल एक टीम ही यह कर पाई है। अब देखना होगा कि क्या साउथ अफ्रीका यह मुश्किल लक्ष्य हासिल कर पाती है या ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन बनती है।