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अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: कुरुक्षेत्र में विदेशी ब्राह्मणों का आगमन

कुरुक्षेत्र में होने वाला अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव इस वर्ष विशेष रूप से चर्चा में है, जिसमें 20 ब्राह्मणों का दल त्रिनिदाद से आ रहा है। महोत्सव का आयोजन 15 नवंबर से शुरू होगा, लेकिन मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से आरंभ होंगे। इस महोत्सव में विदेशी गीता विशेषज्ञों की भागीदारी भी होगी, जिससे गीता का संदेश वैश्विक स्तर पर फैलाने का प्रयास किया जाएगा। जानें इस महोत्सव की अन्य खासियतें और कार्यक्रमों के बारे में।
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अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: कुरुक्षेत्र में विदेशी ब्राह्मणों का आगमन

कुरुक्षेत्र में गीता महोत्सव की बढ़ती पहचान

कुरुक्षेत्र (अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव)। पवित्र ब्रह्मसरोवर के किनारे आयोजित होने वाला गीता महोत्सव अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है, जिससे धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को वैश्विक मान्यता मिली है। विदेश मंत्रालय की सक्रिय भागीदारी ने इस महोत्सव की अंतरराष्ट्रीय महत्ता को और बढ़ा दिया है। मंत्रालय के प्रयासों से यह महोत्सव 52 देशों तक पहुंचने वाला है, और पहली बार इसमें विदेशी गीता विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं के साथ-साथ ब्राह्मणों का भी समावेश होगा।


विशेष ब्राह्मणों का दल त्रिनिदाद से आएगा

त्रिनिदाद और टोबैगो से 20 विशेष ब्राह्मणों का एक दल यहां आएगा, जो 29 और 30 नवंबर को पवित्र ब्रह्मसरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में संत सम्मेलन और देव स्थानम सम्मेलन में भाग लेगा। इन विद्वानों और अन्य संतों को कुरुक्षेत्र के 48 कोस तीर्थों का भ्रमण भी कराया जाएगा। इसके लिए मंत्रालय और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने विशेष तैयारियां की हैं। इन ब्राह्मणों को गीता की प्रतियां भी भेंट की जाएंगी।


वेद मंत्रों और गीता यज्ञ का ज्ञान

केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने बताया कि विदेशों से आने वाले ब्राह्मण यहां वेद मंत्रों और गीता यज्ञ की गहराई से जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके साथ ही, वे गीता के संदेश को भी समझेंगे। हर विदेशी मेहमान को पूरे महोत्सव का अनुभव कराया जाएगा, ताकि वे अपने देशों में गीता का धार्मिक प्रचार कर सकें और वहां के लोगों को गीता के संदेश से अवगत करा सकें।


मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से शुरू होंगे

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 15 नवंबर से 21 दिनों तक चलेगा, लेकिन मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से आरंभ होंगे, जो आठ दिनों तक चलेंगे। मुख्य कार्यक्रम के अंतिम दिन, केशव पार्क में 18,000 स्कूली बच्चे गीता जयंती के अवसर पर गीता श्लोक का पाठ करेंगे। इसी दिन गीता जन्म स्थली ज्योतिसर, पवित्र ब्रह्मसरोवर और सन्निहित सरोवर पर दीपदान भी होगा। इसके अलावा, मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय गीता सम्मेलन, संत सम्मेलन और देव स्थानम सम्मेलन भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें विदेशी मेहमानों को शामिल किया जाएगा।