अंबाला रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का विस्तार
यात्री सुविधाओं में सुधार
अंबाला: छावनी रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने की योजना बनाई जा रही है। पहले चरण में, प्लेटफार्म एक पर स्थित द्वितीय वेटिंग रूम को वातानुकूलित किया जाएगा। इसके अलावा, रेलवे परिसर में खानपान की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। तीसरी योजना के तहत, स्टेशन पर प्री-पेड पार्किंग बूथ स्थापित किया जाएगा, जिससे यात्रियों को चंडीगढ़, पटियाला, लुधियाना और शिमला जाने के लिए प्राइवेट टैक्सी चालकों से मोलभाव करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
यात्रियों की बढ़ती मांग
वर्तमान में, प्लेटफार्म एक पर एसी वेटिंग रूम मौजूद है, लेकिन यहां जगह की कमी है। भीड़भाड़ के समय यात्रियों को बैठने के लिए बैंच पर भी स्थान नहीं मिलता, जिससे उन्हें फर्श पर बैठना पड़ता है। इस समस्या के बारे में यात्रियों ने एसी वेटिंग रूम के बाहर शिकायत पुस्तिका में भी जानकारी दी थी।
त्योहारों के दौरान एसी श्रेणी के यात्रियों को भी वेटिंग रूम में जगह नहीं मिलती, जिससे उन्हें प्लेटफार्म पर खड़े रहकर ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है। हालांकि, इस समस्या के समाधान के लिए पिछले कुछ समय से योजनाओं पर विचार किया जा रहा था, और अब इसे लागू करने की उम्मीद जगी है।
खानपान की सुविधा का प्रस्ताव
रेलवे परिसर में खानपान की कोई सुविधा नहीं है, और जो भी स्टाल हैं, वे प्लेटफार्मों पर ही स्थित हैं। इस कारण से यात्रियों को भीड़भाड़ के दौरान कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने परिसर में खानपान स्टाल स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया है, ताकि यात्रियों को ट्रेन का इंतजार करते समय नजदीक खानपान की सुविधा मिल सके।
प्री-पेड पार्किंग बूथ की योजना
अंबाला मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक एनके झा ने बताया कि वंदे भारत ट्रेनों के संचालन के कारण अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसलिए, यात्री सुविधाओं का विस्तार करना आवश्यक हो गया है। इस संबंध में तीन प्रस्ताव तैयार करने के लिए विभागीय कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके।
अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे का एक महत्वपूर्ण और व्यस्त स्टेशन है, जो हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू, राजस्थान और दिल्ली से जुड़ा हुआ है। यहां रोजाना लगभग 170 ट्रेनों का संचालन होता है, जिससे यात्रियों की संख्या लगभग 40 हजार है।
दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को रेलवे परिसर से टैक्सी की आवश्यकता होती है, लेकिन मनमाने किराए के कारण उन्हें परेशानी होती है। इस समस्या के समाधान के लिए रेलवे एक बार फिर प्री-पेड टैक्सी बूथ के प्रस्ताव पर काम कर रहा है, ताकि बाहर से आने वाले यात्रियों को राहत मिल सके।
