Newzfatafatlogo

अगस्त से लागू होने वाले नए नियम: डिजिटल पेमेंट से लेकर गैस सिलेंडर तक

अगस्त महीने की शुरुआत के साथ, कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं, जो आम जनता के जीवन पर प्रभाव डालेंगे। इनमें यूपीआई लेनदेन, बैंकिंग सेवाएं, बीमा कवर और घरेलू गैस की कीमतें शामिल हैं। जानें कैसे ये बदलाव आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकते हैं।
 | 
अगस्त से लागू होने वाले नए नियम: डिजिटल पेमेंट से लेकर गैस सिलेंडर तक

नए नियमों का आगाज़

नई दिल्ली: अगस्त का महीना शुरू होते ही कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव होने जा रहा है, जो आम जनता के जीवन पर प्रभाव डालेंगे। इनमें डिजिटल भुगतान, बैंकिंग सेवाएं, बीमा कवर और घरेलू गैस की कीमतें शामिल हैं।


यूपीआई में बदलाव

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा 1 अगस्त से यूपीआई उपयोगकर्ताओं के लिए एक नया नियम लागू किया जाएगा। इसके तहत, कोई भी उपयोगकर्ता एक दिन में केवल 50 बार अपने खाते का बैलेंस चेक कर सकेगा। यदि किसी के पास एक से अधिक यूपीआई एप्लिकेशन हैं, तो प्रत्येक एप पर अलग से 50 बार बैलेंस चेक किया जा सकेगा। यह बदलाव सिस्टम पर अनावश्यक लोड को कम करने के लिए किया गया है।


ऑटो डेबिट में परिवर्तन

ऑटो डेबिट सुविधा में भी बदलाव किया गया है। अब यह सुविधा पूरे दिन उपलब्ध नहीं होगी, बल्कि सुबह 10:00 बजे से पहले, दोपहर 1:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक और रात 9:30 बजे के बाद ही सक्रिय होगी। इसके अलावा, उपयोगकर्ता यूपीआई ट्रांजेक्शन की स्थिति को 90 सेकंड के अंतराल में अधिकतम तीन बार देख सकेंगे।


भुगतान में पारदर्शिता

1 अगस्त से यूपीआई के माध्यम से भुगतान करते समय लाभार्थी का पूरा नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा। यह कदम यूपीआई धोखाधड़ी और भुगतान में गलतियों से बचने के लिए उठाया गया है।


बैंकिंग में बदलाव

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। 1 अगस्त से कुछ सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड्स पर हवाई दुर्घटना बीमा कवर समाप्त किया जाएगा। इनमें यूको बैंक एसबीआई कार्ड एलीट, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एसबीआई कार्ड एलीट, और अन्य शामिल हैं।


गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव

हर महीने की तरह, इस बार भी एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों की समीक्षा की जाएगी। 1 अगस्त से घरेलू और व्यावसायिक गैस सिलेंडरों की कीमतों में बदलाव की संभावना है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार और मुद्रा विनिमय दरों के अनुसार तय की जाती हैं।


आरबीआई की बैठक

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की अगली बैठक 4 से 6 अगस्त के बीच होने की संभावना है। इस बैठक में रेपो रेट पर निर्णय लिया जाएगा, जिसका सीधा असर आम जनता की मासिक ईएमआई पर पड़ेगा।