अनुज चौधरी को मिली ASP की पदोन्नति, बेबाक बयानों से बने चर्चा का विषय

अनुज चौधरी की पदोन्नति
उत्तर प्रदेश के संभल में सिटी ऑफिसर (CO) के रूप में कार्यरत अनुज चौधरी को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) के पद पर पदोन्नति दी गई है। प्रमोशन का आदेश जारी होने के बाद, एसपी केके बिश्नोई और एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने अनुज चौधरी को अशोक स्तंभ लगाकर सम्मानित किया। यह उपलब्धि उनके समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है, जिसने उन्हें पुलिस सेवा में एक विशेष स्थान दिलाया है।
चौधरी के विवादास्पद बयान
अपने बयानों से चर्चा में आए थे चौधरी
अनुज चौधरी अपनी स्पष्ट टिप्पणियों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। संभल में हुई हिंसा और होली तथा जुम्मे की नमाज के एक ही दिन पड़ने पर उनके बयानों ने काफी चर्चा बटोरी। उन्होंने कहा था, "होली साल में एक बार आती है, जबकि जुम्मे की नमाज 52 बार होती है। अगर किसी को होली के रंगों से परहेज है, तो उन्हें उस दिन घर पर रहना चाहिए।" इसके अलावा, संभल हिंसा के दौरान उन्होंने कहा था, "मैं मरने के लिए फोर्स में भर्ती नहीं हुआ हूँ।" इन बयानों ने उन्हें जनता और मीडिया में चर्चा का केंद्र बना दिया।
सीएम का समर्थन
योगी आदित्यनाथ ने किया था समर्थन
हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुज चौधरी के इस विवादास्पद बयान का समर्थन करते हुए कहा था, 'पहलवान है, पहलवान की तरह ही बोलेगा।'
पहलवानी में अनुज का करियर
कुश्ती में शानदार करियर
पुलिस सेवा में आने से पहले अनुज चौधरी एक अंतरराष्ट्रीय पहलवान के रूप में अपनी पहचान बना चुके थे। मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव के निवासी अनुज 1997 से 2014 तक लगातार राष्ट्रीय चैंपियन रहे। उन्होंने 2002 और 2010 के नेशनल गेम्स में दो रजत पदक जीते, साथ ही 2005-2009 की एशियाई चैंपियनशिप में भी पदक हासिल किया। 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और 2004 के एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व उनके करियर के सुनहरे पल हैं। उन्हें 'शेर-ए-हिंद', 'भारत कुमार', 'उत्तर प्रदेश केसरी' और 'वीर अभिमन्यु' जैसे खिताबों से नवाजा गया है.