अनुराग बत्रा का ऑक्सफोर्ड में भारत की नई पहचान पर भाषण

भारत की बदलती पहचान पर विचार
लंदन: बीडब्ल्यू बिजनेसवर्ल्ड मीडिया ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अनुराग बत्रा ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भारत की बदलती ताकत और पहचान पर एक महत्वपूर्ण भाषण दिया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया भारत को एक नए दृष्टिकोण से देखे, एक ऐसा देश जो आत्मविश्वास से भरा है और जिसकी सांस्कृतिक ताकत वैश्विक मंच पर नई कहानी लिख रही है।
भारत के बढ़ते प्रभाव पर चर्चा
अनुराग बत्रा ने ऑक्सफोर्ड के सैद बिजनेस स्कूल में भारत के बढ़ते कद और प्रभाव के बारे में प्रेरक विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि अब ‘कॉफी नहीं, चाय की महक लेने’ का समय आ गया है, जो भारत के विश्व स्तर पर एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरने का संकेत है। उनके साथ मंच पर आध्यात्मिक नेता गौरांग दास और भाजपा के विदेश मामलों के प्रमुख विजय चौथाईवाले भी उपस्थित थे।
चाय के माध्यम से सांस्कृतिक जुड़ाव
बत्रा ने अपने भाषण की शुरुआत चाय से की, जिसे उन्होंने परिवारों और समाजों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व बताया। उन्होंने कहा कि आज का भारत भी इसी तरह का है, जो न केवल चीन और अमेरिका जैसे देशों के साथ संवाद कर रहा है, बल्कि अपनी बात को मजबूती से रखता है।
भारत की वैश्विक भूमिका
उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में भारत की बदलती वैश्विक और आर्थिक गतिशीलता पर प्रकाश डाला और बताया कि दुनिया को भारतीय उपमहाद्वीप को एक नई रोशनी में देखने की आवश्यकता है। बत्रा ने कहा, 'भारत अब वह शर्मीला बच्चा नहीं रहा, जो कभी वैश्विक मंच पर चुपचाप बैठा रहता था। आज, भारत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है और अपनी वैल्यू जानता है।'
प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक छवि
बत्रा ने उदाहरण दिया कि जी-7 जैसे वैश्विक सम्मेलनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब सबसे अधिक ध्यान खींचने वाले नेता बन चुके हैं। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ऐसे नेता हैं जिनसे हर कोई बात करना चाहता है।'
आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि भारत ने नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादी ठिकानों को सटीक तरीके से खत्म किया। यह एक ठंडे दिमाग से लिया गया मजबूत कदम था, जिसने आतंकवाद से लड़ने में 'नया मानक' स्थापित किया।
पश्चिमी मीडिया की आलोचना
अनुराग बत्रा ने पश्चिमी मीडिया की सनसनी फैलाने की आदत पर नाराजगी जताई और कहा कि वे भारत की सच्ची तस्वीर दिखाने के बजाय केवल पाठकों को आकर्षित करने के लिए 'क्लिकबेट सामग्री' पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
भारत की सॉफ्ट पावर
बत्रा ने कहा कि योग और भारतीय फिल्में भारत की 'सॉफ्ट पावर' हैं, जिनकी अब पूरी दुनिया सराहना कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञ आज दुनिया की बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं।
भारत की नई संभावनाएं
उन्होंने कहा, 'अब समय है कि दुनिया भारत को एक नई नजर से देखे। भारत पाकिस्तान से रिश्ते सुधार सकता है, चीन से संवाद कर सकता है, अमेरिका का सहयोगी बन सकता है और पूरी दुनिया में योग फैला सकता है।'