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अफगानिस्तान में भूकंप से नीली मस्जिद को भारी नुकसान, 26 लोगों की मौत

सोमवार तड़के अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने नीली मस्जिद को गंभीर नुकसान पहुंचाया। इस आपदा में 26 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक लोग घायल हुए। भूकंप ने देश की जर्जर स्थिति को और भी बिगाड़ दिया है, जहां आर्थिक संकट और तालिबान शासन के कारण लोग पहले से ही परेशान हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि मस्जिद उनके लिए एक पवित्र स्थल है, लेकिन अब यह भी खतरे में है।
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अफगानिस्तान में भूकंप से नीली मस्जिद को भारी नुकसान, 26 लोगों की मौत

भूकंप का प्रभाव

सोमवार तड़के अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने देश की पहचान मानी जाने वाली नीली मस्जिद को गंभीर रूप से प्रभावित किया। यह मस्जिद, जो 15वीं सदी में बनी थी, पैगंबर मोहम्मद के दामाद और पहले शिया इमाम हजरत अली की मजार मानी जाती है। भूकंप के झटकों से मस्जिद की मीनारों के ऊपरी हिस्से गिर गए और दीवारों में बड़ी दरारें आ गईं। सैकड़ों फिरोजा और लापीस टाइलें टूटकर बिखर गईं। अफगान अधिकारियों के अनुसार, इस आपदा में 26 लोगों की जान गई और 1,100 से अधिक लोग घायल हुए। बल्ख और समांगन प्रांतों में कई इमारतें भी नष्ट हो गईं।


आर्थिक संकट और मानवीय स्थिति

भूकंप से पहले ही अफगानिस्तान आर्थिक संकट, घटती विदेशी सहायता, और पाकिस्तान से सीमा तनाव का सामना कर रहा था। अब यह आपदा देश की जर्जर स्थिति का प्रतीक बन गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि मस्जिद उनके लिए 'मां' के समान है, लेकिन अब यह भी टूटती जा रही है। बारिश और उपेक्षा ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। नागरिकों का आरोप है कि तालिबान सरकार ने न तो बहाली का कार्य शुरू किया है और न ही किसी अंतरराष्ट्रीय सहायता की मांग की है।


भूकंप के बाद की स्थिति

उत्तरी अफगानिस्तान में आए इस शक्तिशाली भूकंप में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हुए। भूकंप के बाद बचे लोग कड़ाके की ठंड में रात खुले में बिताने को मजबूर हैं। प्रभावित लोग अपने घरों के मलबे से सामान निकालने की कोशिश कर रहे हैं। क्षेत्र में बारिश की संभावना है, जिससे उनकी परेशानियां और बढ़ सकती हैं।


ऐतिहासिक स्थलों को नुकसान

अफगानिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, मंगलवार सुबह तक मृतकों की संख्या 21 हो गई थी, जबकि 819 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 25 की हालत गंभीर है। भूकंप ने ऐतिहासिक स्थलों को भी नुकसान पहुंचाया है, जिनमें नीली मस्जिद और खुल्म में बाग-ए-जहां नामा महल शामिल हैं। बल्ख प्रांत के सूचना एवं संस्कृति प्रमुख महमूदुल्लाह जरार ने बताया कि नीली मस्जिद की मीनारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं।