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अमेरिका का फिलिस्तीन पर कड़ा कदम: राष्ट्रपति और अधिकारियों के वीजा रद्द

अमेरिका ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति और अधिकारियों के वीजा रद्द कर दिए हैं, जिससे न्यूयॉर्क में होने वाली यूएन जनरल एसेंबली मीटिंग में उनकी भागीदारी प्रभावित होगी। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास को वर्चुअल रूप से मीटिंग में शामिल होने की अनुमति दी गई है। इस कदम के पीछे सुरक्षा कारण बताए जा रहे हैं, जो पहले भी ऐसे मामलों में देखे गए हैं। जानें इस निर्णय का क्या प्रभाव पड़ेगा और इसके पीछे की कहानी।
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अमेरिका का फिलिस्तीन पर कड़ा कदम: राष्ट्रपति और अधिकारियों के वीजा रद्द

अमेरिका का निर्णय

अमेरिका ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति और अन्य अधिकारियों के वीजा रद्द करने का बड़ा निर्णय लिया है। न्यूयॉर्क में होने वाली यूएन जनरल एसेंबली मीटिंग के लिए अमेरिका ने इन अधिकारियों को वीजा देने से मना कर दिया है। इसके साथ ही, पहले से जारी सभी वीजा भी रद्द कर दिए गए हैं।


वर्चुअल भागीदारी

हाल ही में, भारत ने यूएन में फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने के पक्ष में वोट दिया था, जिसमें लगभग 180 देशों ने समर्थन किया। न्यूयॉर्क में होने वाली यूएन जनरल एसेंबली मीटिंग में फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास वर्चुअल रूप से भाग लेंगे, जिसके लिए उन्हें अनुमति मिल गई है।


यूएन मीटिंग में अमेरिका की भूमिका

यूएन से संबंधित कार्यों के लिए अमेरिका आमतौर पर वीजा प्रदान करता है, लेकिन सुरक्षा कारणों का हवाला देकर इसे रोक सकता है। 1988 में भी अमेरिका ने यासिर अराफात को वीजा नहीं दिया था, जिसके परिणामस्वरूप जिनेवा में यूएनजीए का विशेष सत्र बुलाना पड़ा था ताकि अराफात भाग ले सकें।


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