अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर सैन्य शक्ति का प्रदर्शन: ट्रंप और पायलट्स को मिलेगा सम्मान

स्वतंत्रता दिवस पर विशेष समारोह
इस वर्ष अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर एक महत्वपूर्ण सैन्य संदेश के साथ जश्न मनाया जाएगा। व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि हाल ही में ईरान के न्यूक्लियर स्थलों पर बंकर बस्टर बम गिराने वाले अमेरिकी वायुसेना के पायलट्स को विशेष सम्मान दिया जाएगा। यह कार्यक्रम 4 जुलाई को वॉशिंगटन डीसी में आयोजित होगा, जिसमें B-2 स्पिरिट बमवर्षकों की फ्लाईओवर परेड भी शामिल होगी। ये विमान ईरान के फोर्दो और नतान्ज न्यूक्लियर साइट्स पर हमले में इस्तेमाल किए गए थे.
ट्रंप का विशेष संबोधन
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने सोमवार को पुष्टि की कि पायलट्स को स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी उपस्थित रहेंगे और विशेष संबोधन देंगे। ट्रंप ने पहले ही कहा है कि इन हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कई वर्षों, बल्कि दशकों पीछे धकेल दिया है.
अमेरिकी वायुसेना की शक्ति का प्रदर्शन
इस कार्यक्रम में B-2 स्पिरिट बमवर्षकों के साथ-साथ F-22 और F-35 फाइटर जेट्स भी आसमान में उड़ान भरेंगे। CBS की रिपोर्ट के अनुसार, "इस आयोजन का उद्देश्य अमेरिका की वायु शक्ति का प्रदर्शन करना है।" कैरोलिन लेविट ने कहा, "राष्ट्रपति ट्रम्प शुक्रवार को हमारे देश की स्थापना का जश्न मनाने के लिए उत्सुक हैं। उत्सव के हिस्से के रूप में, अमेरिकी वायु सेना की शक्ति का प्रदर्शन F-22s, B-2s और F-35s के साथ एक फ्लाईओवर में किया जाएगा।"
व्हाइटमैन एयरफोर्स बेस के पायलट्स का सम्मान
कार्यक्रम में मिसौरी स्थित व्हाइटमैन एयरफोर्स बेस के पायलट्स और अन्य स्टाफ को भी आमंत्रित किया गया है। यहीं से B-2 स्पिरिट बमवर्षक उड़ान भरते हैं और इन्हीं विमानों ने ईरान के फोर्दो और नतान्ज साइट्स को निशाना बनाया था। ट्रंप इस समारोह में विशेष भाषण देंगे और पायलट्स को व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद भी देंगे.
ईरान का न्यूक्लियर कार्यक्रम प्रभावित
हाल ही में फॉक्स न्यूज पर ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा कि वो इन पायलट्स को व्हाइट हाउस बुलाने की योजना पहले ही बना चुके थे। इस इंटरव्यू में उन्होंने पेंटागन के शुरुआती आकलन को खारिज करते हुए कहा कि ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम कुछ महीनों के लिए नहीं, बल्कि "सालों या दशकों तक पीछे चला गया है।" ट्रंप और अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ दोनों ने दावा किया है कि ईरान के न्यूक्लियर इंफ्रास्ट्रक्चर पर हुए इन हमलों ने "ऐतिहासिक क्षति" पहुंचाई है.