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असम में बाढ़: 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित, राहत की उम्मीदें कम

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर है, जहां 5.35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। 20 से ज्यादा जिलों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 11 लोगों की जान गई है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से बात की और राहत के लिए केंद्र सरकार का समर्थन देने का आश्वासन दिया। मौसम विभाग ने और बारिश की संभावना जताई है, जिससे राहत की उम्मीदें कम हो गई हैं। जानें इस संकट के बारे में और अधिक जानकारी।
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असम में बाढ़: 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित, राहत की उम्मीदें कम

असम में बाढ़ की गंभीर स्थिति



  • अभी राहत के नहीं आसार, और होगी बारिश

  • प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री सरमा से की बात


गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। 20 से अधिक जिलों में 5.35 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं और मौसम की खराबी से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ और भूस्खलन के कारण 11 लोगों की जान गई है, जबकि दो लोग लापता हैं। भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में और बारिश की संभावना जताई है।


कछार जिला सबसे अधिक प्रभावित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। सूत्रों के अनुसार, पीएम ने आज सीएम सरमा से बातचीत की। मुख्यमंत्री आज कछार जिले का दौरा करेंगे, जो बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।


अलर्ट जारी

गुवाहाटी क्षेत्रीय मौसम विभाग ने धुबरी, दक्षिण सलमारा मनकाचर, गोलपारा और कोकराझार जिलों के लिए 'आरेंज अलर्ट' जारी किया है। इसका मतलब है कि लोगों को कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए। यह तब जारी किया जाता है जब गरज और बिजली के साथ 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना होती है। राज्य के 11 जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' भी जारी किया गया है।


सड़क, रेल और नौका सेवाएं प्रभावित

अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण राज्य के कई क्षेत्रों में सड़क, रेल और नौका सेवाएं बाधित हुई हैं। 22 जिलों के 65 राजस्व सर्किलों और 1,254 गांवों में 5.15 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। श्रीभूमि सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 1,94,172 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। कुल 165 राहत शिविरों में 31,212 विस्थापित लोग रह रहे हैं। पिछले 24 घंटों में 12,610 हेक्टेयर फसल क्षेत्र जलमग्न हो गया है।


प्रधानमंत्री ने मदद का आश्वासन दिया

सीएम सरमा ने सोशल मीडिया पर कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें असम में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए फोन किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि लगातार बारिश के कारण बाढ़ आई है और इससे कई लोगों की जान पर असर पड़ा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को राहत अभियान के बारे में भी बताया। सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने चिंता व्यक्त की और राहत एवं पुनर्वास प्रयासों के लिए केंद्र सरकार से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।