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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: RAT के सक्रिय होने से खुला बड़ा राज़

12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान की दुर्घटना ने देश को झकझोर दिया। इस हादसे में 241 लोगों की जान गई, जबकि केवल एक यात्री बचा। जांच में 'Ram Air Turbine' (RAT) के सक्रिय होने का सुराग मिला है, जो इस घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण हो सकता है। जानें इस हादसे के संभावित कारण, RAT की भूमिका और जांच की स्थिति के बारे में।
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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: RAT के सक्रिय होने से खुला बड़ा राज़

अहमदाबाद विमान दुर्घटना का संक्षिप्त विवरण

Ahmedabad Plane Crash: 12 जून 2025 को भारत में एक गंभीर विमान दुर्घटना ने देश को हिला कर रख दिया। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (फ्लाइट AI-171) अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के 32 सेकंड बाद ही बी.जे. मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की जान चली गई, जबकि घटनास्थल पर मौजूद 30 से अधिक लोगों की भी मृत्यु हुई। मृतकों में बीजे मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टर भी शामिल थे। इस दुर्घटना में केवल एक यात्री, 40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार रमेश, ही जीवित बचे हैं।


हादसे की जांच में नया सुराग

जांच दल को इस दुर्घटना में एक महत्वपूर्ण सुराग मिला है। टीम ने ऑडियो और वीडियो से यह पता लगाया है कि टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान का 'Ram Air Turbine' (RAT) सक्रिय हो गया था। यह जानकारी इस हादसे के कारणों को समझने में मददगार साबित हो सकती है। RAT एक छोटा पंखे जैसा उपकरण है, जो तब सक्रिय होता है जब विमान के दोनों इंजन फेल हो जाते हैं या इलेक्ट्रिक और हाइड्रोलिक सिस्टम में कोई समस्या आती है। इसका मतलब यह है कि टेकऑफ के 32 सेकंड के भीतर इस उड़ान में कोई गंभीर तकनीकी समस्या उत्पन्न हुई थी।


32 सेकंड में हुई तबाही

12 जून 2025 को दोपहर 1:39 बजे, एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद, पायलट ने 'MAYDAY' कॉल किया और इसके तुरंत बाद विमान का हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) से संपर्क टूट गया। सीसीटीवी फुटेज और एक स्थानीय छात्र द्वारा बनाए गए वीडियो से पता चलता है कि विमान ऊंचाई हासिल नहीं कर सका और तेजी से नीचे गिरने लगा। विमान ने बी.जे. मेडिकल कॉलेज के एक हॉस्टल भवन से टकरा गया, जिससे आग का गोला बन गया। यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला घातक हादसा था।


RAT क्या है?

Ram Air Turbine (RAT) एक छोटी प्रोपेलर जैसी डिवाइस है, जो आपात स्थिति में विमान को बिजली और हाइड्रोलिक पावर प्रदान करती है। यह तब सक्रिय होती है जब विमान के दोनों इंजन फेल हो जाते हैं या विद्युत प्रणाली में कोई खराबी आती है। RAT हवा की गति का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करती है, जिससे विमान के महत्वपूर्ण सिस्टम जैसे फ्लाइंग कंट्रोल और इमरजेंसी लाइट्स काम करते रहते हैं। यह डिवाइस पायलट को आपात स्थिति में विमान को सुरक्षित रूप से उतारने में मदद करती है।


RAT कब सक्रिय होता है?

RAT विमान में तीन प्रकार की समस्याओं के बाद सक्रिय हो सकता है:


दोनों इंजनों का फेल होना


जब विमान के दोनों इंजन एक साथ काम करना बंद कर देते हैं, तो RAT अपने आप सक्रिय हो जाता है।


इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी


अगर विमान का विद्युत प्रणाली पूरी तरह से फेल हो जाए, तो RAT आपातकालीन बिजली प्रदान करता है।


हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी


हाइड्रोलिक सिस्टम विमान के नियंत्रण जैसे फ्लैप्स और लैंडिंग गियर को संचालित करता है। इसके फेल होने पर भी RAT सक्रिय हो जाता है और विमान को हाइड्रोलिक पावर प्रदान करता है।


हादसे के संभावित कारण

हादसे के कारणों की जांच अभी जारी है, लेकिन कुछ संभावित कारण सामने आए हैं:


दोनों इंजनों का एक साथ बंद होना


विशेषज्ञों के अनुसार, दोनों इंजनों का एक साथ फेल होना बहुत दुर्लभ है, लेकिन RAT का सक्रिय होना इसकी संभावना को नकारता नहीं है।


इलेक्ट्रिकल या हाइड्रोलिक खराबी


बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में पारंपरिक हाइड्रोलिक सिस्टम के बजाय ज्यादातर इलेक्ट्रिक सिस्टम होते हैं। अगर विद्युत प्रणाली में कोई खराबी आती है, तो यह इंजन को भी प्रभावित कर सकती है।


पक्षी टकराने की थ्योरी खारिज


शुरुआत में यह माना गया कि पक्षी टकराने के कारण इंजन बंद हुए, लेकिन रनवे पर कोई पक्षी का अवशेष नहीं मिला।


पायलट की गलती की संभावना


कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पायलट ने गलती से फ्लैप्स को जल्दी वापस खींच लिया हो, लेकिन बोइंग 787 में एक विशेष प्रणाली होती है जो गलत फ्लैप सेटिंग की चेतावनी देती है।


जांच की प्रक्रिया

भारत के विमानन नियामक, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 विमानों की गहन तकनीकी जांच के आदेश दिए हैं। इसमें उड़ान के समय के डेटा, ईंधन प्रणाली, इंजन नियंत्रण और हाइड्रोलिक प्रणाली की जांच शामिल है।


विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) मिल चुके हैं। ये उपकरण विमान की अंतिम गतिविधियों और पायलटों की बातचीत को समझने में मदद करेंगे। भारत का विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इस जांच को लीड कर रहा है।


विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का मानना है कि विमान दुर्घटनाएं आमतौर पर एक नहीं, बल्कि कई कारणों से होती हैं। RAT का सक्रिय होना इस बात का संकेत है कि विमान को कोई गंभीर तकनीकी समस्या आई होगी। हालांकि, इसका सटीक कारण जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा।