अहमदाबाद विमान दुर्घटना में डीवीआर की बरामदगी से जांच में तेजी

अहमदाबाद में विमान हादसे की जांच में नया मोड़
अहमदाबाद विमान दुर्घटना: गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट हुए गंभीर विमान हादसे के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) प्राप्त किया है। यह खोज उस त्रासदी के एक दिन बाद हुई, जिसमें एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त होकर मेघानी नगर के बीजे मेडिकल कॉलेज यूजी हॉस्टल मेस में गिर गया था.
एटीएस ने मलबे से डीवीआर बरामद किया, जो दुर्घटना के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। घटनास्थल पर मौजूद एक एटीएस अधिकारी ने पुष्टि की, "यह एक डीवीआर है, जिसे हमने मलबे से निकाला है। एफएसएल टीम जल्द ही यहां आएगी।" फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की विशेषज्ञ टीम को इस उपकरण की गहन जांच करने का कार्य सौंपा गया है। यह माना जा रहा है कि डीवीआर में दर्ज डेटा विमान के अंतिम क्षणों की घटनाओं को समझने में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है। यह उपकरण तकनीकी खराबी या अन्य संभावित कारणों को उजागर करने में मदद कर सकता है.
#WATCH गुजरात ATS ने कल अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान के मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) बरामद किया है।
— News Media (@AHindinews) June 13, 2025
एटीएस के एक कर्मी ने बताया, "यह एक DVR है, मलबे से बरामद किया गया है। FSL टीम जल्द आएगी।" pic.twitter.com/GxJXehXkqS
दुर्घटना का दुखद परिणाम
गुरुवार को लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाला यह विमान उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 265 लोगों की जान गई, जिनमें 242 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे। यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक थे। यह त्रासदी एयर इंडिया और पूरे विमानन क्षेत्र के लिए एक गहरा आघात लेकर आई है.
जांच में तेजी, सवालों का इंतजार
डीवीआर की बरामदगी को जांच में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपकरण विमान के कॉकपिट या अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों से जुड़ा हो सकता है, जो हादसे के कारणों को स्पष्ट करने में मदद करेगा। एफएसएल की टीम जल्द ही डीवीआर का विश्लेषण शुरू करेगी, और इसके परिणामों से यह समझने में मदद मिल सकती है कि आखिर क्या गलत हुआ? इस बीच, स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत कार्यों में जुटी हुई हैं, और पीड़ितों के परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है.