इंग्लैंड बनाम भारत टेस्ट मैच: जो रूट के आउट पर उठा विवाद, क्या थी गलती?

चौथे दिन इंग्लैंड की उम्मीदों को झटका
इंग्लैंड और भारत के बीच चल रहे टेस्ट मैच के चौथे दिन, इंग्लैंड की ऐतिहासिक जीत की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा। 608 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, टीम ने स्टंप्स तक 3 विकेट पर केवल 72 रन बनाए। भारत के मोहम्मद सिराज और आकाश दीप ने नई गेंद से शानदार प्रदर्शन किया, जिससे मेज़बान टीम दबाव में आ गई। इस दिन का सबसे बड़ा विवाद जो रूट के आउट होने के मामले में सामने आया।
जो रूट का विवादास्पद आउट
खेल समाप्त होने से पहले, आकाश दीप ने एक फुल और कोण वाली गेंद पर जो रूट को बोल्ड कर दिया। रूट ने केवल 16 गेंदों में 6 रन बनाए। लेकिन उनका आउट होना विवाद का कारण बन गया, क्योंकि रिप्ले में यह स्पष्ट हुआ कि गेंदबाज का पिछला पैर रिटर्न क्रीज से बाहर था, जिसे अंपायर ने नजरअंदाज कर दिया।
बीबीसी की कमेंटेटर की टिप्पणी
बीबीसी की कमेंटेटर एलिसन मिशेल ने बताया कि गेंदबाजी के समय आकाश दीप का पिछला पैर रिटर्न क्रीज की लाइन से लगभग दो इंच बाहर था, जो आईसीसी के नियमों के अनुसार नो-बॉल माना जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यह एक स्पष्ट नो-बॉल थी, जिसे अंपायर ने नहीं पकड़ा।
आईसीसी के नियमों की जानकारी
क्रिकेट में दो प्रकार की क्रीज होती हैं: पॉपिंग क्रीज और रिटर्न क्रीज। पॉपिंग क्रीज पर गेंदबाज के अगले पैर का ध्यान रखा जाता है, जबकि रिटर्न क्रीज से पीछे का पैर संबंधित होता है। एमसीसी के नियम 21.5 के अनुसार, गेंदबाज का पिछला पैर रिटर्न क्रीज के अंदर रहना चाहिए और उसका संपर्क रेखा से नहीं होना चाहिए। यदि पिछला पैर लाइन को छूता है या बाहर होता है, तो वह नो-बॉल होती है।
मैदान पर फ्रंट-फुट नो-बॉल का निर्णय ऑन-फील्ड अंपायर लेते हैं, जबकि बैक-फुट नो-बॉल की जिम्मेदारी थर्ड अंपायर की होती है। लेकिन इस बार थर्ड अंपायर द्वारा यह चूक इंग्लैंड के लिए भारी पड़ी।