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इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव: रक्षा मंत्री की धमकी

इजरायल और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है। इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने ईरान के सर्वोच्च नेता को सीधे चेतावनी दी है कि अगर धमकियां जारी रहीं, तो इजरायल की कार्रवाई तेहरान तक पहुंचेगी। पिछले महीने हुए युद्ध ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है, जिसमें इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमले किए। जानें इस संघर्ष के पीछे की रणनीतियों और खामेनेई की सुरक्षा के बारे में।
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इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव: रक्षा मंत्री की धमकी

इजरायल की सीधी चेतावनी

इजरायल और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है। इजरायल के रक्षा मंत्री, इजराइल काट्ज ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को सीधे तौर पर चेतावनी दी है। 27 जुलाई 2025 को रेमन एयर बेस पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मौजूद काट्ज ने कहा, "अगर आप इजरायल को धमकी देना जारी रखते हैं, तो हमारी लंबी भुजा तेहरान तक पहुंचेगी, और इस बार आप हमारे निशाने पर होंगे।"


पिछले युद्ध का प्रभाव

जून 2025 में इजरायल और ईरान के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया। इस दौरान इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों और परमाणु सुविधाओं पर हमले किए। काट्ज ने खामेनेई को "आधुनिक हिटलर" बताते हुए कहा था कि उनकी हत्या इजरायल के युद्ध के उद्देश्यों में से एक है।


खामेनेई की सुरक्षा

युद्ध के दौरान इजरायल ने दावा किया कि उसके एजेंट खामेनेई के करीब पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें निशाना बनाने में असफल रहे। सूत्रों के अनुसार, खामेनेई ने एक गुप्त बंकर में शरण ली थी। काट्ज ने इजरायली टीवी चैनल 13 को बताया, "हमने खामेनेई को खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह गहरे बंकर में छिप गए थे।"


इजरायल की रणनीति

काट्ज ने कहा कि इजरायल ने ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इजरायल को ईरान के सभी संवर्धित यूरेनियम के ठिकानों की जानकारी नहीं है। उन्होंने खामेनेई को चेतावनी दी कि वह हिजबुल्ला के पूर्व नेता हसन नसरल्लाह से सबक लें।


युद्धविराम के बाद की स्थिति

जून में 12 दिनों तक चले युद्ध का अंत अमेरिका द्वारा मध्यस्थता किए गए युद्धविराम के साथ हुआ। इस दौरान इजरायल ने ईरान की कई परमाणु सुविधाओं पर हमले किए, जिसमें कई शीर्ष सैन्य कमांडर मारे गए। ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायल के शहरों पर मिसाइल हमले किए, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हुए।