इजरायल का नया लेजर डिफेंस सिस्टम: क्या यह सुरक्षा में लाएगा क्रांति?

इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष
अक्टूबर 2023 से इजरायल और हमास के बीच संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। गाजा से हमास के रॉकेट हमले, लेबनान के हिज़्बुल्लाह के साथ सीमा पर तनाव, यमन के हूती विद्रोहियों के ड्रोन हमले और ईरान के साथ टकराव ने इजरायल को चारों ओर से घेर रखा है। इन सभी चुनौतियों के बावजूद, इजरायल अपनी सुरक्षा में कोई कमी नहीं आने दे रहा है, जिसका मुख्य कारण है उसका मजबूत एयर डिफेंस नेटवर्क।
इजरायल का नया लेजर डिफेंस सिस्टम
इजरायल ने अपने अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम 'आयरन बीम' की एक नई लेजर डिफेंस प्रणाली का सफल परीक्षण किया है, जिसने दुनिया को चौंका दिया है। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस नई प्रणाली की पुष्टि की है और इसे देश की हवाई सुरक्षा का भविष्य बताया है।
हमास, हिज़्बुल्लाह और अन्य से घिरा इजरायल
पिछले साल अक्टूबर से इजरायल कई मोर्चों पर लगातार हमलों का सामना कर रहा है। गाजा स्थित हमास, लेबनान का हिज़्बुल्लाह, यमन के हूती विद्रोही और ईरान, सभी ने किसी न किसी रूप में इजरायल पर हवाई हमले किए हैं। लेकिन इजरायल ने हर बार अपनी शक्तिशाली एयर डिफेंस तकनीक से इन हमलों को नाकाम किया है। अब इसी ताकत को और बढ़ाने के लिए इजरायल ने एक नया लेजर डिफेंस सिस्टम पेश किया है।
IDF द्वारा नई लेजर प्रणाली का खुलासा
इजरायल डिफेंस फोर्स ने बताया है कि उसे 'आयरन बीम' के समान एक नई अत्याधुनिक लेजर डिफेंस टेक्नोलॉजी मिली है। इस प्रणाली ने हाल ही में हवाई खतरों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर यह साबित कर दिया है कि यह भविष्य की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकती है। खासकर हूती और हमास जैसे समूहों के खिलाफ यह नई प्रणाली बेहद प्रभावी मानी जा रही है।
खराब मौसम में भी काम करने की क्षमता
यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह नई लेजर प्रणाली खराब मौसम में भी पूरी क्षमता के साथ काम कर सकती है। जहां पारंपरिक एयर डिफेंस सिस्टम खराब मौसम में सीमित हो जाते हैं, वहीं यह लेजर सिस्टम हर हाल में अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है कि यह तकनीक राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स द्वारा विकसित की गई है।
रेंज और फ्लेक्सिबिलिटी में सबसे आगे
नई लेजर प्रणाली की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसकी रेंज को परिस्थिति के अनुसार बदला जा सकता है। साथ ही यह हर मौसम में पूरी क्षमता के साथ काम करती है। हालांकि, IDF ने अभी तक इस 'सिस्टर लेजर' के आधिकारिक नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन पिछले साल राफेल द्वारा AUSA डिफेंस प्रदर्शनी में एक नई लाइट बीम इंटरसेप्शन टेक्नोलॉजी दिखाने की पुष्टि की गई थी।
कम दूरी की सुरक्षा में गेम चेंजर
यह नई लाइट बीम प्रणाली खास तौर पर कम दूरी से आने वाले ड्रोन और मोर्टार हमलों के खिलाफ बेहद प्रभावी मानी जा रही है। IDF सूत्रों का कहना है कि इसका परीक्षण सफल रहा है, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि यह परीक्षण गाजा में हुआ या लेबनान सीमा पर। हालांकि रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह लाइट बीम प्रणाली ड्रोन और मोर्टार जैसे छोटे खतरों से बचाव के लिए तो बेहतर है, लेकिन लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने में अभी भी 'आयरन बीम' जैसी प्रमुख प्रणाली ही कारगर रहेगी। फिर भी, लेजर टेक्नोलॉजी को भविष्य की एयर डिफेंस रणनीति में अहम भूमिका निभाने वाली माना जा रहा है।