Newzfatafatlogo

इलाहाबाद हाई कोर्ट से सांसद जियाउर्रहमान बर्क को मिली राहत, बिजली चोरी के आरोपों पर उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को इलाहाबाद हाई कोर्ट से बिजली चोरी के आरोप में राहत मिली है। उन्होंने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि न केवल उन्हें, बल्कि संभल के अन्य निवासियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोर्ट ने उनके घर का बिजली कनेक्शन बहाल करने का आदेश दिया है, जबकि सांसद ने न्याय में विश्वास जताया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और सांसद की प्रतिक्रिया।
 | 

सांसद को मिली राहत

उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाल ही में एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई है, जिसने जनता का ध्यान आकर्षित किया है। समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को इलाहाबाद हाई कोर्ट से बिजली चोरी के आरोप में बड़ी राहत मिली है। इस निर्णय के बाद सांसद ने बिजली विभाग पर गंभीर सवाल उठाए हैं, यह कहते हुए कि न केवल उन्हें, बल्कि संभल के अधिकांश निवासियों को भी बिजली विभाग की ओर से मानसिक और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।


बिजली चोरी के आरोप और कोर्ट का निर्णय: दरअसल, बिजली विभाग ने सांसद पर बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए उन पर 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। लेकिन शनिवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इस मामले में तुरंत रोक लगा दी। कोर्ट ने सांसद के घर का बिजली कनेक्शन बहाल करने का आदेश भी दिया है। हालांकि, कोर्ट ने अपील की सुनवाई के लिए सांसद को 6 लाख रुपये जमा करने का निर्देश दिया है, जिससे मामला आगे की न्यायिक प्रक्रिया में चलेगा।


सांसद का बिजली अधिकारियों पर तंज: सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने बिजली विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा, “जो अधिकारी मुझ पर बिजली चोरी का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें पहले अपने कार्य की समीक्षा करनी चाहिए। मुझे नहीं पता कि वे किस दबाव में काम कर रहे हैं, लेकिन उनके व्यवहार ने मुझे बहुत दुखी किया है।” उन्होंने आगे कहा कि यह केवल उनका मामला नहीं है, बल्कि पूरे संभल क्षेत्र के लोगों को बिजली विभाग की ओर से परेशान किया जा रहा है। “हम मानसिक और कानूनी दबाव में हैं। पिछले छह महीने से मेरे घर में बिजली नहीं है, जिससे मेरी जिंदगी प्रभावित हुई है।”


सांसद की न्याय पर भरोसा और उम्मीद: इस पूरे मामले में सांसद ने अपनी उम्मीदों को व्यक्त किया और कहा कि वे पूरी तरह से न्याय में विश्वास रखते हैं। “मैं हमेशा अपने कार्य को ईमानदारी से करता हूं। मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मैं कोर्ट पर भरोसा करता हूं कि मुझे न्याय मिलेगा। अल्लाह का रहम है कि मुझे आशा की एक किरण दिखाई दी है।” सांसद ने यह भी स्वीकार किया कि यह मामला लंबी कानूनी लड़ाई बन सकता है, लेकिन वे दृढ़ता से इसके अंत में न्याय मिलने की उम्मीद रखते हैं।