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इलेक्ट्रिक विमान से हवाई यात्रा होगी सस्ती और सुविधाजनक

अमेरिका में पहले इलेक्ट्रिक यात्री विमान का सफल परीक्षण हुआ है, जिससे हवाई यात्रा की लागत में कमी आने की उम्मीद है। बीटा टेक्नोलॉजीज द्वारा संचालित इस विमान ने ईस्ट हैम्पटन से न्यूयॉर्क के जॉन एफ. कैनेडी हवाई अड्डे तक उड़ान भरी। इस उड़ान में केवल 8 डॉलर का खर्च आया, जो हेलीकॉप्टर से यात्रा की तुलना में काफी कम है। काइल क्लार्क, कंपनी के सीईओ, का मानना है कि यह विमान छोटी यात्राओं के लिए एक किफायती और स्वच्छ विकल्प हो सकता है।
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इलेक्ट्रिक विमान से हवाई यात्रा होगी सस्ती और सुविधाजनक

इलेक्ट्रिक विमान का सफल परीक्षण

नई दिल्ली: मध्यम वर्ग के यात्रियों के लिए हवाई यात्रा अब और अधिक सुलभ हो सकती है। अमेरिका में दुनिया का पहला इलेक्ट्रिक यात्री विमान सफलतापूर्वक परीक्षण के दौर से गुजरा है, जिससे भविष्य में हवाई यात्रा की लागत में महत्वपूर्ण कमी आने की उम्मीद है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीटा टेक्नोलॉजीज नामक कंपनी ने इस विमान का संचालन किया है। हाल ही में, इस इलेक्ट्रिक विमान ने ईस्ट हैम्पटन से न्यूयॉर्क के जॉन एफ. कैनेडी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक सफल उड़ान भरी।


इस परीक्षण उड़ान के दौरान, इलेक्ट्रिक विमान ने केवल 30 मिनट में लगभग 70 समुद्री मील (130 किलोमीटर) की दूरी तय की। बीटा टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सीईओ काइल क्लार्क ने इस उड़ान का संचालन किया। उन्होंने बताया कि यह विमान पूरी तरह से बिजली से संचालित होता है। क्लार्क ने कहा, 'यह 100% इलेक्ट्रिक हवाई जहाज है। इसने यात्रियों के साथ ईस्ट हैम्पटन से जेएफके तक उड़ान भरी। हमने 35 मिनट में 70 समुद्री मील की दूरी तय की।'


उन्होंने यह भी बताया कि यह उड़ान बेहद किफायती रही। रिपोर्ट के अनुसार, पूरे विमान को चार्ज करने और यात्रा पूरी करने में केवल 8 डॉलर (लगभग 700 रुपये) का खर्च आया। यह लागत हेलीकॉप्टर से यात्रा करने की तुलना में भी काफी कम है, जहाँ इतनी दूरी के लिए लगभग 160 डॉलर का ईंधन खर्च होता है। एक बार फुल चार्ज होने पर, यह विमान 250 समुद्री मील तक की यात्रा कर सकता है।


क्लार्क का मानना है कि इलेक्ट्रिक विमान शहरों या कस्बों के बीच छोटी यात्राओं के लिए एक स्वच्छ, शांत और सस्ता विकल्प साबित हो सकता है। कम लागत और शोर न होने के कारण यह यात्रियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो सकता है। कंपनी को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक उन्हें अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (FAA) से आवश्यक प्रमाणन प्राप्त होगा।