ईरान-इजराइल संघर्ष: IAEA ने न्यूक्लियर साइट पर हमले की पुष्टि की
IAEA का चौंकाने वाला खुलासा
ईरान और इजराइल के बीच चल रहे युद्ध के बीच, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। एजेंसी ने बताया कि इजराइली हवाई हमलों ने ईरान के नतांज स्थित न्यूक्लियर एनरिचमेंट साइट के भूमिगत सेंट्रीफ्यूज हॉल को नुकसान पहुंचाया है। यह पहली बार है जब इस संयुक्त राष्ट्र की निगरानी संस्था ने नतांज के अंडरग्राउंड हिस्सों पर हमलों की पुष्टि की है.
नतांज का महत्व
नतांज को ईरान के परमाणु कार्यक्रम का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है। पहले की रिपोर्टों में सतह पर बने एनरिचमेंट हॉल और वहां की इलेक्ट्रिकल व्यवस्था के नष्ट होने की जानकारी दी गई थी। लेकिन अब IAEA की पुष्टि ने वैश्विक चिंता को और बढ़ा दिया है.
IAEA का विश्लेषण
IAEA ने बताया कि शुक्रवार को हुए हमलों के बाद प्राप्त उच्च-रिजोल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी के निरंतर विश्लेषण के आधार पर, एजेंसी ने ऐसे संकेतक चिन्हित किए हैं जो नतांज में भूमिगत एनरिचमेंट हॉल पर हमलों के प्रभाव को दर्शाते हैं। पहले भी एजेंसी ने सतह पर मौजूद कुछ इमारतों के ध्वस्त होने की बात मानी थी, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि हमले गहराई तक पहुंचे हैं.
ट्रंप की चेतावनी
G7 सम्मेलन से अचानक वॉशिंगटन लौटे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार रात को 'Truth Social' पर एक पोस्ट में लिखा: ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते। सभी को तुरंत तेहरान छोड़ देना चाहिए। ट्रंप ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे संघर्ष विराम की कोशिश में नहीं हैं, बल्कि बेहतर स्थिति की उम्मीद कर रहे हैं।
ईरान में हताहत
इजराइली सैन्य कार्रवाई ने ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों, परमाणु वैज्ञानिकों, मिसाइल कार्यक्रम और एनरिचमेंट साइट्स को निशाना बनाया है। अब तक 224 से अधिक लोग इन हमलों में मारे जा चुके हैं। इजराइल का तर्क है कि ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकना आवश्यक है.
ईरान का जवाबी हमला
ईरान ने इजराइल पर ताबड़तोड़ जवाबी हमले किए हैं। उसने अब तक 370 से अधिक मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन इजराइली ठिकानों पर दागे हैं, जिससे इजराइल में कम से कम 24 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मंगलवार को उत्तरी इजराइल में धमाकों की आवाजें सुनी गईं.
G7 सम्मेलन का प्रभाव
कनाडा के अल्बर्टा में चल रहे G7 शिखर सम्मेलन में इस युद्ध का गहरा असर देखने को मिला। ट्रंप का अचानक लौटना और इजराइल द्वारा ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर जारी हमले, वैश्विक हालात को बेहद अस्थिर बना रहे हैं। G7 नेताओं ने एक साझा बयान जारी कर मध्य पूर्व में तनाव कम करने और गाजा में संघर्ष विराम की अपील की है.
