ईरान-इज़राइल संघर्ष का असर: भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट

ग्लोबल शेयर बाजार में हलचल
मध्य पूर्व में चल रहे ईरान-इज़राइल युद्ध और अमेरिका की सीधी सैन्य दखलअंदाजी ने वैश्विक शेयर बाजार में हलचल मचा दी है। भारत में भी इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया, जहां सोमवार को बाजार ने हफ्ते के पहले कारोबारी दिन लाल निशान के साथ शुरुआत की। निवेशकों की चिंता इतनी बढ़ गई कि शुरुआती 10 मिनट में ही हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
सेंसेक्स में भारी गिरावट
सेंसेक्स में 759 अंकों की गिरावट आई, जिससे यह 81,649 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 50 ने भी 1% की गिरावट के साथ 24,891 पर कारोबार किया। इस भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों के विश्वास को हिला दिया है, विशेषकर टेक, ऑटो और फार्मा सेक्टर पर भारी दबाव देखा गया है।
30 में से 25 कंपनियों में गिरावट
बीएसई सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 25 के शेयर लाल निशान में चले गए। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 759.07 अंक गिरकर 81,649.10 पर ट्रेड कर रहा था। इस गिरावट ने बाजार में निवेश कर रहे लोगों की नींद उड़ा दी है। डिफेंस सेक्टर को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में गिरावट का माहौल बना रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि युद्ध के कारण वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ा है।
निफ्टी 50 में भी गिरावट
निफ्टी 50 इंडेक्स भी भारी दबाव में दिखा। यह अपने पिछले बंद स्तर 25,112.40 के मुकाबले 24,939.75 पर खुला और खबर लिखे जाने तक 24,891 के निचले स्तर पर ट्रेड कर रहा था। निफ्टी में लगभग 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जो निवेशकों के लिए एक बड़ा झटका है।
डिफेंस शेयरों में हल्की तेजी
जहां अधिकांश सेक्टर्स में गिरावट देखी गई, वहीं डिफेंस सेक्टर में कुछ मजबूती देखने को मिली। निवेशकों ने युद्ध की स्थिति को देखते हुए डिफेंस कंपनियों के शेयरों में भरोसा दिखाया, जिससे उनमें हल्की तेजी रही। इसके विपरीत, फार्मा, ऑटो, आईटी और बैंकिंग सेक्टर में तेज बिकवाली का माहौल रहा।
अमेरिका की दखल से बढ़ा तनाव
पिछले 10 दिनों से ईरान और इज़राइल के बीच चल रही जंग के बीच अमेरिका का सैन्य दखल अब वैश्विक युद्ध जैसे हालात बना रहा है। विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी बमबारी के बाद मिडिल ईस्ट में हालात और गंभीर हो गए हैं, जिससे निवेशकों में डर का माहौल बना है। विदेशी निवेशकों की सतर्कता और अनिश्चितता के कारण भारतीय बाजार पर दबाव और बढ़ गया है।
क्या आगे और गिरेगा बाजार?
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि यदि ईरान-इज़राइल युद्ध और अमेरिका की कार्रवाई और तेज हुई तो आने वाले दिनों में बाजार में और बड़ी गिरावट देखी जा सकती है। ऐसे में निवेशकों को अलर्ट मोड पर रहना चाहिए और जल्दबाजी में कोई बड़ा फैसला नहीं लेना चाहिए।