ईरान का कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला, तनाव बढ़ा
पश्चिम एशिया में बढ़ता तनाव
पश्चिम एशिया में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है, जब ईरान ने अमेरिका के परमाणु स्थलों पर हवाई हमलों के जवाब में सोमवार को कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइलें दागीं। इस हमले के क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
कतर में अमेरिकी अड्डे पर मिसाइल हमला
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने कतर में तैनात अमेरिकी सैनिकों पर छह मिसाइलें दागीं। यह हमला अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर बमबारी के एक दिन बाद हुआ, जिसने इजरायल-ईरान युद्ध में अमेरिका की औपचारिक भागीदारी को दर्शाया। अमेरिकी स्टील्थ बी-2 बॉम्बर्स ने ईरान के प्रमुख परमाणु संवर्धन स्थलों पर 14 बंकर-बस्टर बम गिराए, जिनका वजन 30,000 पाउंड था।
दोहा में विस्फोटों की आवाज
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कतर की राजधानी दोहा में कई विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं। यह ईरान द्वारा कतर में किया गया अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला माना जा रहा है।
हमले की पूर्व तैयारी
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पहले ही अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया था कि ईरान पश्चिम एशिया में तैनात अमेरिकी बलों पर संभावित हमले के लिए अपने मिसाइल लॉन्चर तैयार कर रहा था। पेंटागन ने क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर 'विश्वसनीय' खतरे की निगरानी की थी।
क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि
यह हमला ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव का परिणाम है, जो इजरायल-ईरान संघर्ष के कारण और जटिल हो गया है। इस घटना ने पश्चिम एशिया में अस्थिरता को और बढ़ा दिया है।
