उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति: भारी बारिश का अलर्ट जारी

उत्तर प्रदेश में बाढ़ की गंभीर स्थिति
उत्तर प्रदेश में पिछले एक महीने से लगातार हो रही बारिश ने बाढ़ की स्थिति को अत्यंत गंभीर बना दिया है। राज्य के कई क्षेत्रों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण 500 से अधिक गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। खासकर फैजाबाद और अयोध्या क्षेत्र में हालात बेहद चिंताजनक हैं, जहां ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए 2 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को पूर्वांचल और तराई के 15 जिलों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 29 जिलों में येलो अलर्ट लागू है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों में देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बरेली और पीलीभीत शामिल हैं.
येलो अलर्ट वाले जिले
येलो अलर्ट वाले जिलों में सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, हरदोई, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं शामिल हैं.
बिजली गिरने का खतरा
बिजली गिरने की संभावनाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में चेतावनी जारी की है। बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी, भदोही, देवरिया, गोरखपुर समेत 50 से अधिक जिलों में बिजली गिरने की संभावना जताई गई है.
बारिश की तीव्रता में बदलाव
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 14 अगस्त से पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश की तीव्रता में कमी आ सकती है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्षा जारी रहने की संभावना है। मंगलवार को बिजनौर, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में अच्छी बारिश हुई। बंगाल की खाड़ी में बने नए मौसम प्रणाली और पूर्वी हवाओं में नमी के कारण बुधवार को कई जिलों में मूसलधार बारिश की संभावना है.