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उत्तराखंड में बारिश और बादल फटने से तबाही, 10 लोग लापता

उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार रात भारी बारिश और बादल फटने से व्यापक तबाही हुई है। इस घटना में 10 लोग लापता हैं और कई परिवार प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के कारण उनके घर और जानवर बह गए हैं। प्रशासन ने लापता लोगों की खोज के लिए टीमें तैनात की हैं, लेकिन भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। जानें इस घटना की पूरी जानकारी और प्रशासन की कार्रवाई के बारे में।
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उत्तराखंड में बारिश और बादल फटने से तबाही, 10 लोग लापता

चमोली में भारी बारिश का कहर

उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में बुधवार रात को हुई भारी बारिश और बादल फटने की घटना ने व्यापक तबाही मचाई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। 


स्थानीय निवासियों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बारिश के कारण उनके जानवर, गौशाला और घर बह गए हैं। अब उनके पास कुछ भी नहीं बचा है। पूरे क्षेत्र में सभी घर और बाजार पानी में बह गए हैं।


बादल फटने के बाद स्थिति बेहद खराब हो गई है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है, लेकिन बाढ़ ने पूरे इलाके में तबाही मचाई है।


लोगों ने बताया कि बारिश के बाद सभी रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं जा पा रहे हैं। उन्हें सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन लगातार उनकी सहायता कर रहा है।


चमोली के नंदानगर में 10 लोग लापता हैं, जिनमें ग्राम कुंतरी के कुंवर सिंह (42), कांता देवी (38), विकास, विशाल, नरेंद्र सिंह, जगदंबा प्रसाद, भागा देवी और देवेश्वरी देवी शामिल हैं। धुरमा गांव से भी गुमान सिंह और ममता देवी लापता हैं।


बुधवार रात अचानक आई बारिश के कारण नंदानगर में भारी मलबा आ गया, जिससे छह इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।


मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में चमोली में फिर से भारी बारिश की चेतावनी दी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बादल फटने के बाद कई लोग अभी भी अपने घरों में फंसे हुए हैं।


अधिकारियों ने लापता लोगों की खोज के लिए जमीनी स्तर पर टीमें तैनात की हैं, लेकिन भूस्खलन का खतरा अभी भी बना हुआ है।


इस हादसे में 10 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक चमोली और स्थानीय विधायक सहित कई अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और नुकसान का आकलन किया।