उत्तराखंड वन विभाग में बड़े पैमाने पर तबादले, 30 से अधिक अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव

उत्तराखंड वन विभाग में तबादले
उत्तराखंड में वन विभाग ने बड़े पैमाने पर तबादले किए हैं, जिसमें भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के 30 से ज्यादा अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया गया है।
यह तबादला सूची काफी समय से लंबित थी और इसे सिविल सर्विस बोर्ड की बैठक में अंतिम रूप दिया गया। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने की, जिसमें प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा और प्रधान सचिव आरके सुधांशु भी शामिल थे।
प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा को कैंपा का कार्यभार सौंपा गया है। नीना ग्रेवाल को उत्तराखंड वन विकास निगम में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है, जबकि एसपी सुबुद्धि को वन संरक्षण नोडल अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
कहकशां नसीम को जलागम में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है और उनकी जगह कल्याणी को अपर सचिव वन और यमुना सर्कल का कार्यभार सौंपा गया है। सुशांत पटनायक को वन अग्नि और आपदा प्रबंधन का अतिरिक्त दायित्व दिया गया है।
अन्य तबादलों में तेजस्विनी पाटिल को मुख्य वन संरक्षक कार्य योजना और कुमाऊं चीफ, संजीव चतुर्वेदी को निदेशक वानिकी प्रशिक्षण अकादमी, धीरज पांडे को गढ़वाल चीफ और नीतीश मणि त्रिपाठी को साउथ सर्किल का वन संरक्षक बनाया गया है।
टीआर बीजू लाल को उत्तराखंड जैव विविधता बोर्ड का सदस्य सचिव नियुक्त किया गया है। पंकज कुमार को वन संरक्षण अनुसंधान और चंद्रशेखर जोशी को उत्तरी कुमाऊं का प्रभारी वन संरक्षक बनाया गया है।
जिलों में भी डीएफओ स्तर पर बदलाव किए गए हैं। आकाश गंगवार को नैनीताल, वैभव कुमार को चकराता, स्वप्निल को हरिद्वार, दिगंथ नायक को नरेंद्रनगर, जीवन मोहन को लैंसडाउन, अभिमन्यु को गढ़वाल, सर्वेश कुमार को केदारनाथ, ध्रुव सिंह मार्तोलिया को रामनगर, तरुण एस को कालागढ़, महातीम यादव को नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क, आदित्य रन को बागेश्वर, रजत सुमन को रुद्रप्रयाग और प्रणाली रमेश को वन संरक्षण का उपवन संरक्षक बनाया गया है। नरेश कुमार को जाएका का अपर प्रमुख वन संरक्षक नियुक्त किया गया है। इन तबादलों का उद्देश्य वन संरक्षण और विभागीय कार्यक्षमता को बढ़ाना है।