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उदयपुर फाइल्स: निर्माता अमित जानी की नाराजगी और फिल्म की असफलता

फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की असफलता पर निर्माता अमित जानी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने हिंदू समुदाय को निशाने पर लेते हुए उनकी फिल्म को समर्थन न देने का आरोप लगाया। फिल्म को रिलीज से पहले कई विवादों का सामना करना पड़ा, जिसमें मुस्लिम संगठनों द्वारा आपत्ति शामिल थी। जानें इस फिल्म के पीछे की कहानी और अमित जानी के विवादास्पद बयान।
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उदयपुर फाइल्स: निर्माता अमित जानी की नाराजगी और फिल्म की असफलता

उदयपुर फाइल्स की असफलता पर अमित जानी की प्रतिक्रिया

उदयपुर फाइल्स के निर्माता अमित जानी: राजस्थान के उदयपुर में 2022 में हुई दर्जी कन्हैयालाल की हत्या पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' ने बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने में असफलता का सामना किया है। फिल्म के निर्माता अमित जानी, जो मेरठ के निवासी हैं और उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के प्रमुख हैं, ने इस असफलता पर गहरा दुख व्यक्त किया है। एक वायरल वीडियो में, उन्होंने हिंदू समुदाय को 'मरी हुई कौम' कहकर आलोचना की और फिल्म की असफलता के लिए उन पर गुस्सा जाहिर किया।


अमित जानी ने वीडियो में कहा, 'हिंदू समाज अश्लील फिल्मों के लिए सिनेमाघरों में भीड़ लगाता है, लेकिन जब गंभीर मुद्दों पर बनी फिल्मों की बात आती है, तो कोई समर्थन नहीं करता।' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग, जो खुद को हिंदू मानते हैं, वामपंथी और तुष्टिकरण की विचारधारा से प्रभावित हैं, जिससे फिल्म को नुकसान हुआ। इसके अलावा, उन्होंने मुस्लिम संगठनों पर फिल्म की रिलीज में बाधा डालने का आरोप लगाया।


'उदयपुर फाइल्स' के विवाद और रिलीज


'उदयपुर फाइल्स' को रिलीज से पहले कई विवादों का सामना करना पड़ा। फिल्म के ट्रेलर को लेकर कुछ मुस्लिम संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसमें जमीअत उलेमा-ए-हिंद ने दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात हाई कोर्ट में याचिका दायर कर रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी। उनका कहना था कि फिल्म सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकती है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और दिल्ली हाई कोर्ट को याचिकाओं पर सुनवाई का निर्देश दिया।




फिल्म को सेंसर बोर्ड ने 150 कट्स के साथ मंजूरी दी थी और इसे 8 अगस्त 2025 को रिलीज किया गया। अमित जानी ने कहा कि फिल्म को रोकने के लिए कई ताकतों ने साजिश की, लेकिन वह इसे रिलीज करने में सफल रहे। उन्होंने यह भी कहा कि वह कन्हैयालाल के परिवार को 50 करोड़ रुपये का चेक देना चाहते हैं, जिसके लिए फिल्म को भारी समर्थन की आवश्यकता थी। फिल्म के बाद से उन्हें धमकियां भी मिल रही हैं, जिसके चलते केंद्र सरकार ने उन्हें वाई-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है।