एच-1बी वीजा प्रणाली में बदलाव: उच्च कौशल और वेतन को मिलेगी प्राथमिकता
ट्रम्प प्रशासन ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है, जिसमें लॉटरी प्रणाली को समाप्त कर उच्च कौशल और उच्च वेतन वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी। यह नया नियम अमेरिकी श्रमिकों के हितों की रक्षा करने के उद्देश्य से लागू किया जा रहा है। जानें इस बदलाव के पीछे की वजहें और इसके संभावित प्रभाव।
| Dec 24, 2025, 11:43 IST
एच-1बी वीजा कार्यक्रम में नया दिशा-निर्देश
एच-1बी वीजा कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के तहत, ट्रम्प प्रशासन ने वीजा आवेदकों के चयन के लिए लॉटरी प्रणाली को समाप्त कर दिया है। अब यह प्रक्रिया उन व्यक्तियों को प्राथमिकता देगी जो उच्च कौशल और उच्च वेतन वाले हैं। यह नया नियम ट्रम्प प्रशासन द्वारा कानूनी और अवैध आव्रजन पर की जा रही कार्रवाई के बीच आया है। एच-1बी वीजा का उपयोग अमेरिका में कंपनियों द्वारा विदेशी प्रतिभाओं को नियुक्त करने के लिए किया जाता है, जिसमें भारतीय पेशेवरों की संख्या सबसे अधिक है।
लॉटरी प्रणाली का अंत और योग्यता का महत्व
पहले इस वीजा के लिए लॉटरी प्रणाली का उपयोग किया जाता था, जिसमें आवेदकों का चयन भाग्य के आधार पर होता था। लेकिन अब ट्रम्प प्रशासन ने इसे समाप्त कर 'मेरिट' यानी योग्यता और उच्च वेतन को आधार बनाने का निर्णय लिया है। सरकार का कहना है कि पुराने सिस्टम का दुरुपयोग किया जा रहा था, जिससे कंपनियां कम वेतन पर विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त कर रही थीं, जिससे अमेरिकी श्रमिकों के हितों को नुकसान पहुंचता था। नए नियमों के तहत केवल उन्हीं आवेदकों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनके पास विशेष कौशल होगा और जिन्हें कंपनियां अधिक वेतन देने के लिए तैयार होंगी।
नए नियमों का उद्देश्य
अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने एक बयान में कहा कि एच-1बी वीजा की चयन प्रक्रिया में बदलाव किया जा रहा है। अब अधिक कुशल और अधिक वेतन पाने वाले व्यक्तियों को पहले मौका दिया जाएगा। इस बयान में यह भी कहा गया है कि इसका उद्देश्य अमेरिकी श्रमिकों के वेतन, कार्य स्थितियों और नौकरी के अवसरों की रक्षा करना है। नया नियम 27 फरवरी 2026 से लागू होगा और वित्त वर्ष 2027 की एच-1बी वीजा पंजीकरण प्रक्रिया में इसका उपयोग किया जाएगा।
लॉटरी प्रणाली का दुरुपयोग
एजेंसी ने बताया कि एच-1बी वीजा के लिए लॉटरी प्रणाली का काफी दुरुपयोग हो रहा था। कुछ कंपनियां इसका उपयोग कम वेतन पर विदेशी कर्मचारियों को रखने के लिए कर रही थीं। अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) के प्रवक्ता मैथ्यू ट्रैगेसर ने कहा कि अमेरिकी नियोक्ता मौजूदा लॉटरी प्रणाली का दुरुपयोग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नई चयन प्रक्रिया एच-1बी कार्यक्रम को संसद की मंशा के अनुसार बेहतर बनाएगी और अमेरिकी कंपनियों को अधिक वेतन पाने वाले, अधिक कुशल विदेशी कर्मचारियों को चुनने के लिए प्रोत्साहित करेगी। इससे अमेरिका की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता मजबूत होगी।
