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एपस्टीन केस में 150 हाई-प्रोफाइल नामों का खुलासा, ट्रंप और मस्क के बीच विवाद बढ़ा

जेफरी एपस्टीन केस एक बार फिर सुर्खियों में है, जिसमें 150 से अधिक हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं। इस मामले में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच विवाद भी बढ़ गया है। गिसलेन मैक्सवेल की भूमिका और पीड़ितों की गवाही ने इस केस को और भी जटिल बना दिया है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और इसके समाज पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में।
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एपस्टीन केस में 150 हाई-प्रोफाइल नामों का खुलासा, ट्रंप और मस्क के बीच विवाद बढ़ा

जेफरी एपस्टीन केस की नई जानकारी

जेफरी एपस्टीन का मामला एक बार फिर से वैश्विक मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है। हाल ही में जारी कोर्ट दस्तावेजों में 150 से अधिक प्रमुख व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें राष्ट्रपति, वैज्ञानिक, अभिनेता और रॉयल फैमिली के सदस्य शामिल हैं। एपस्टीन पर आरोप था कि वह नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी का नेटवर्क चलाता था। इन फाइलों के खुलासे ने अमेरिका में हलचल मचा दी है।


कोर्ट दस्तावेजों में प्रमुख नाम

इन दस्तावेजों में लगभग 150 हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के नाम शामिल हैं, जिनका एपस्टीन से कोई न कोई संबंध रहा है। यह सूची न्यूयॉर्क के एक जज के आदेश पर सार्वजनिक की गई है। इसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, बिल क्लिंटन, पूर्व फर्स्ट लेडी हिलेरी क्लिंटन, वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग, अभिनेता लियोनार्डो डिकैप्रियो, ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू और संगीतकार माइकल जैक्सन जैसे नाम शामिल हैं।


गिसलेन मैक्सवेल की भूमिका

यह सूची 2015 में गिसलेन मैक्सवेल के खिलाफ दर्ज मामले से संबंधित है। गिसलेन, जो एपस्टीन की सहयोगी और पूर्व प्रेमिका थीं, को 2022 में नाबालिगों की सेक्स तस्करी के लिए 20 साल की सजा मिली थी। कोर्ट में कई पीड़िताओं ने एपस्टीन और मैक्सवेल पर यौन शोषण के आरोप लगाए। वर्जीनिया गिफ्रे और मारिया फार्मर जैसे महिलाएं इस मामले में प्रमुख गवाह बनीं।


ट्रंप और मस्क के बीच विवाद

हाल ही में टेस्ला के मालिक एलन मस्क और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मस्क बार-बार एपस्टीन फाइल्स का जिक्र कर ट्रंप पर दबाव बना रहे हैं। उनका दावा है कि इन फाइलों में ट्रंप के कई राज छिपे हैं। ट्रंप ने मस्क की कंपनियों को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी है।


समाज पर प्रभाव

एपस्टीन केस ने यह दर्शाया है कि कैसे शक्ति और धन के बल पर एक बड़ा नेटवर्क लंबे समय तक समाज की नजरों से छिपा रह सकता है। अब जब कोर्ट फाइलें सामने आ चुकी हैं, तो उम्मीद की जा रही है कि इसकी निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को सजा मिलेगी। यह मामला समाज में न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।