एयर इंडिया एआई 171 दुर्घटना की जांच में तोड़फोड़ के पहलू की भी होगी समीक्षा

एयर इंडिया दुर्घटना की जांच में सभी पहलुओं की समीक्षा
नई दिल्ली - नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने जानकारी दी है कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) एयर इंडिया की एआई 171 दुर्घटना की जांच में सभी संभावित पहलुओं, जिसमें तोड़फोड़ की संभावना भी शामिल है, की समीक्षा कर रहा है। उन्होंने पुणे में आयोजित 'इमर्जिंग बिजनेस कॉन्क्लेव' में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले पर तीन महीने के भीतर रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
मोहोल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और कई एजेंसियां इस प्रक्रिया में शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री ने इस दुर्घटना को 'दुर्लभ मामला' करार दिया, जिसमें 270 से अधिक लोगों की जान गई। उन्होंने अनुभवी पायलटों और विशेषज्ञों के दावों का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है कि दोनों इंजन एक साथ बंद हो गए हों।
उन्होंने यह भी कहा कि दोनों इंजनों का खराब होना इस दुर्घटना का एक संभावित कारण हो सकता है। मोहोल ने बताया कि फ्लाइट एआई 171 का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और यह एएआईबी के पास है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन उपकरणों का गहन मूल्यांकन देश के भीतर ही किया जाएगा और इन्हें विदेश नहीं भेजा जाएगा।
पिछले सप्ताह, केंद्र सरकार ने बताया था कि एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर 787 विमान की दुर्घटना स्थल से मिले कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर) के डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि ब्लैक बॉक्स से संबंधित सभी कार्यवाही घरेलू कानूनों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों के अनुसार समयबद्ध तरीके से की गई हैं। एयर इंडिया की एआई-171 की दुर्घटना के बाद, एएआईबी ने तुरंत जांच शुरू की और 13 जून 2025 को एक बहु-विषयक टीम का गठन किया गया। इस टीम का नेतृत्व एएआईबी के महानिदेशक कर रहे हैं, जिसमें विमानन देखभाल विशेषज्ञ, एटीसी अधिकारी और अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) के प्रतिनिधि शामिल हैं।
सीवीआर और एफडीआर दोनों को बरामद कर लिया गया है। पहला 13 जून, 2025 को दुर्घटना स्थल पर इमारत की छत से और दूसरा 16 जून, 2025 को मलबे से मिला था।