एयर इंडिया की दुर्घटना के बाद एन. चंद्रशेखरन का बयान: सुरक्षा और सहायता पर जोर

दुर्घटना के बाद एयर इंडिया की स्थिति
अहमदाबाद में एयर इंडिया की उड़ान AI-171 के दुखद हादसे के बाद, एयर इंडिया और टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने उड़ानों में आ रही रुकावटों और रद्दीकरणों पर चिंता व्यक्त की है। यह घटना 12 जून को हुई थी, और इसके बाद उन्होंने पहली बार मीडिया से विस्तार से बातचीत की। उन्होंने पीड़ित परिवारों के लिए एयर इंडिया की ओर से दीर्घकालिक सहायता, पारदर्शिता और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही।
एयर इंडिया के विमानों का रखरखाव कौन कर रहा है?
इस दुर्घटना में शामिल बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की जांच के लिए कंपनी ने अपने पूरे बेड़े का सुरक्षा ऑडिट शुरू किया है। चंद्रशेखरन ने बताया कि 33 में से 24 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है, जो एक एहतियाती कदम है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एयर इंडिया के विमानों का रखरखाव तुर्की की किसी एजेंसी द्वारा नहीं, बल्कि AIESL और SIA Engineering जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा किया जाता है।
उड़ानों में देरी और रद्दीकरण के कारण
चंद्रशेखरन ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के रखरखाव में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है और जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगी। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में लगे प्रतिबंध, विशेषकर ईरान क्षेत्र में, और भारत में खराब मौसम भी उड़ानों में देरी और रद्दीकरण का कारण बन रहे हैं।
एयर इंडिया ने कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें रद्द की हैं और यात्रियों को पूर्ण रिफंड या मुफ्त रीशेड्यूलिंग की सुविधा प्रदान की है। इसके साथ ही, यात्रियों के लिए 24x7 सहायता केंद्र और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
यात्रियों को भरोसा दिलाते हुए चंद्रशेखरन
चंद्रशेखरन ने यात्रियों के विश्वास को फिर से मजबूत करने का आश्वासन दिया। उन्होंने "AI-171 ट्रस्ट" की स्थापना की घोषणा की, जो पीड़ित परिवारों को केवल आर्थिक सहायता ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और व्यावहारिक सहायता भी प्रदान करेगा।