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एयर इंडिया विमान हादसे में मृतकों की पहचान में देरी, 275 की हुई पुष्टि

एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में मृतकों की संख्या 275 हो गई है, लेकिन शवों की पहचान में देरी हो रही है। डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया में केवल छह शवों की पहचान हो पाई है। नागरिक विमानन मंत्री ने हादसे की जांच के लिए समिति गठित की है। इस बीच, मलबे से एक शव निकाला गया है, जो संभवतः एयर होस्टेस का है। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
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एयर इंडिया विमान हादसे में मृतकों की पहचान में देरी, 275 की हुई पुष्टि

शवों की पहचान का इंतजार

अहमदाबाद। एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों को शवों की पहचान के लिए दो दिन से इंतजार करना पड़ रहा है। इस बीच, मृतकों की संख्या 275 तक पहुंच गई है, जिसमें विमान में सवार 241 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल हैं। शुक्रवार को मेडिकल टीम ने मृतकों के परिजनों से डीएनए नमूने लिए थे, लेकिन शनिवार की शाम तक शवों की पहचान नहीं हो पाई थी। इस दौरान, एयर इंडिया ने शवों को रखने के लिए 170 ताबूत मंगवाए हैं।


डीएनए परीक्षण की प्रक्रिया

अहमदाबाद सदर अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पिछले दो दिनों में 248 शवों के डीएनए नमूनों का क्रॉस वेरिफिकेशन किया गया, जिसमें से केवल छह का डीएनए मिल पाया है। जिन शवों की पहचान हो गई है, उनके परिजनों को शव सौंप दिए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आठ घायलों का इलाज चल रहा है, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। नागरिक विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हादसे की जांच पहले दिन से जारी है और केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक जांच समिति बनाई गई है, जो तीन महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।


मलबे से शव निकाले जाने की प्रक्रिया

इससे पहले, जब बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से मलबा हटाया जा रहा था, तब विमान के पिछले हिस्से में एक शव फंसा हुआ पाया गया। शव को निकालने के लिए विमान के कुछ हिस्सों को काटा गया और इसका पोस्टमॉर्टम किया गया। कहा जा रहा है कि यह शव एयर होस्टेस का हो सकता है। इस बीच, बीजे मेडिकल कॉलेज में रहने वाले छात्रों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है, जिस पर डॉक्टरों ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इस बड़े हादसे के बाद उन्हें जबरन हॉस्टल खाली कराकर दूसरी जगह भेजा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया का विमान 12 जून को इसी मेडिकल कॉलेज की छत पर गिरा था, जिसमें पांच डॉक्टरों सहित कई लोग मारे गए थे।