एलन मस्क के पिता एरोल मस्क की अयोध्या यात्रा: भारतीय संस्कृति की सराहना

अयोध्या में राम मंदिर का दौरा
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के पिता, एरोल मस्क, ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का दौरा किया। उन्होंने भारत को एक "अद्भुत" देश बताते हुए यहां की संस्कृति और लोगों की प्रशंसा की। एरोल ने कहा कि भारत में सबसे अच्छे लोग हैं और भारतीय संस्कृति ने उन पर गहरी छाप छोड़ी है।
भारतीय संस्कृति की प्रशंसा
राम मंदिर के दर्शन के दौरान, एरोल मस्क ने कहा कि भारत एक अद्भुत स्थान है और जितने लोग संभव हो, उन्हें यहां आना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां के लोग प्रेम और दया से भरे हुए हैं। एरोल ने यह भी बताया कि भारत और अमेरिका के बीच भविष्य में संबंध मजबूत होंगे और उनके पास कुछ व्यवसायिक योजनाएं हैं जो भारत के लिए लाभकारी हो सकती हैं।
#WATCH | Uttar Pradesh: Father of Tesla CEO Elon Musk and Servotec's Errol Musk offers prayers at the Hanumangarhi Temple in Ayodhya. pic.twitter.com/QjFk0viUN8
— News Media June 4, 2025
यात्रा का उद्देश्य और सुरक्षा प्रबंध
एरोल मस्क अपनी बेटी एलेक्जेंड्रा के साथ अयोध्या आए थे। उनके यात्रा कार्यक्रम में राम मंदिर के दर्शन के बाद हनुमानगढ़ी मंदिर में रुकने की योजना थी। अयोध्या के आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि एरोल मस्क के आगमन के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे, जिसमें सीसीटीवी निगरानी और उच्च तकनीक वाले ड्रोन रोधी सिस्टम शामिल थे।
#WATCH | Uttar Pradesh: "I feel great, wonderful," says Errol Musk, father of Tesla CEO Elon Musk, on his visit to Ayodhya pic.twitter.com/cUnCymDW26
— News Media June 4, 2025
हरित प्रौद्योगिकी पर ध्यान
एरोल मस्क की भारत यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश में हरित प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग अवसंरचना के विकास को बढ़ावा देना था। वे 1 जून से 6 जून तक भारत में रहेंगे और इस दौरान उन्होंने भारत के उभरते हरित प्रौद्योगिकी क्षेत्र पर चर्चा की।
सर्वोटेक रिन्यूएबल पावर सिस्टम लिमिटेड के वैश्विक सलाहकार के रूप में एरोल मस्क का आगमन भारत में हरित ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में निवेश को बढ़ावा देने का संकेत देता है।
ताजमहल का दौरा रद्द
हालांकि, एरोल मस्क का अगला कार्यक्रम आगरा में ताजमहल देखने का था, लेकिन अत्यधिक गर्मी के कारण यह यात्रा रद्द कर दी गई। फिर भी, उनकी अयोध्या यात्रा ने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर के प्रति उनके सम्मान को स्पष्ट रूप से दर्शाया।