ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव: अमेरिका और चीन में शेयरों में उतार-चढ़ाव
ऑपरेशन सिंदूर का वैश्विक असर
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव अब केवल चीन में नहीं, बल्कि अमेरिका में भी स्पष्ट हो रहा है। विशेष रूप से, रक्षा उद्योग से संबंधित कंपनियों के शेयरों में पिछले महीने काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। इस ऑपरेशन के प्रारंभिक चरण में, पाकिस्तान ने चीन के राफेल लड़ाकू विमान को गिराने का दावा किया था, जिससे एवीआईसी चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयरों में तेजी आई। लेकिन जैसे-जैसे ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई सामने आ रही है, पाकिस्तान के भ्रष्टाचार के मामले भी उजागर हो रहे हैं। यह स्पष्ट हो चुका है कि पाकिस्तान का दावा गलत था।दूसरी ओर, अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन, जो एफ-16 लड़ाकू विमान का निर्माण करती है, पर भी दबाव बढ़ा है। पाकिस्तान इस विमान का उपयोग करता है, लेकिन पिछले महीने लॉकहीड मार्टिन के शेयरों में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं आया। मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सैन्य संघर्ष हुआ, जिसके दौरान 12 मई को लॉकहीड मार्टिन के शेयरों पर भारी दबाव देखा गया। हालांकि, कुछ समय बाद शेयरों में सुधार हुआ, लेकिन मई में शेयर की कीमत लगभग स्थिर रही।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान की सभी कोशिशों को विफल कर दिया। इससे लॉकहीड मार्टिन के कारोबार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उन्हें नए ऑर्डर प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है। इसी कारण लॉकहीड मार्टिन के शेयरों में कमजोर रिटर्न देखने को मिल रहा है। इसके अलावा, चीनी कंपनी AVIC चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयर भी मई में अपने उच्चतम स्तर से 20 प्रतिशत नीचे आ गए हैं। यह कंपनी J-10 फाइटर जेट का निर्माण करती है।