ओडिशा में नाबालिग की मौत पर राजनीतिक विवाद बढ़ा

ओडिशा में 15 वर्षीय लड़की की मौत
Odisha minor girl death: ओडिशा में जिंदा जलाए जाने के बाद 15 साल की एक लड़की की आज सुबह दिल्ली के एम्स में मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बीजू जनता दल ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रारंभ में पुलिस ने तीन लोगों के शामिल होने की बात कही थी, लेकिन अब 15 दिन बाद, जब बच्ची की मृत्यु हो गई, तो पुलिस अपना बयान बदल रही है और कह रही है कि कोई भी इसमें शामिल नहीं था।
राजनीति से दूर रहने की अपील
डिप्टी सीएम केवी सिंह देव ने विपक्षी दलों से अपील की है कि उन्हें इस मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पीड़ित की मदद करने की हर संभव कोशिश की। मृतका के पिता ने कहा कि वह किसी को दोष नहीं देना चाहते और राजनीति से दूर रहने की इच्छा जताई। उन्होंने सरकार की मदद के लिए भी आभार व्यक्त किया।
कानून-व्यवस्था पर सवाल
कानून-व्यवस्था चरमरा गई है
बीजद नेता लेखाश्री सामंतसिंघर ने कहा कि पुलिस का मुख्य कार्य दोषियों को पकड़ना है, जिसमें वे असफल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ओडिशा में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। जिन लोगों को सुरक्षा सुनिश्चित करने का जनादेश मिला है, वे महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद है कि इस 15 वर्षीय लड़की की इतनी बेरहमी से हत्या की गई।
सरकार पर आरोप
दोषियों को बचा रही है सरकार
बीजद नेता ने कहा कि यह सरकार दोषियों को बचाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को तुरंत पकड़ने के बजाय, सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है और सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।