ओडिशा में पीलिया के बढ़ते मामलों के खिलाफ प्रशासन ने उठाए सख्त कदम

पीलिया के खिलाफ प्रशासन की नई पहल
ओडिशा के ढेंकनाल जिले के भुबन शहर में पीलिया (जॉन्डिस) के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाए हैं। जिला कलेक्टर मनोरंजन मल्लिक ने एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है, जिसका उद्देश्य इस जलजनित बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करना है।इस SOP के अंतर्गत, सड़क किनारे बिकने वाले गुपचुप (पानी पुरी), गन्ने का रस, लस्सी और कटे हुए फलों की बिक्री पर तुरंत रोक लगा दी गई है। प्रशासन का मानना है कि ये खाद्य पदार्थ संक्रमण फैलाने में प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, कई अन्य महत्वपूर्ण निर्देश भी जारी किए गए हैं। सभी जल स्रोतों, जैसे कुएं, ट्यूबवेल और पाइपलाइन के पानी में क्लोरीन मिलाने का आदेश दिया गया है। शहर में सफाई अभियान को भी तेज किया गया है। आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर पीलिया के लक्षणों वाले व्यक्तियों की पहचान करने का कार्य सौंपा गया है।
लोगों को जागरूक करने के लिए ऑटो-रिक्शा के माध्यम से प्रचार भी किया जा रहा है। इन सभी उपायों का मुख्य उद्देश्य बीमारी के प्रसार को रोकना और नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा करना है।