कंबोडिया में डिजिटल धोखाधड़ी के खिलाफ भारत सरकार की कार्रवाई, 3,075 गिरफ्तार

भारत में डिजिटल फ्रॉड का बड़ा मामला
भारत में डिजिटल धोखाधड़ी की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिससे लाखों लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए हैं। हालांकि, सरकार इन अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पा रही थी क्योंकि ये गिरोह विदेश में स्थित थे। लेकिन अब भारत सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है और इन ठगों का पता लगाने में सफलता हासिल की है। हाल ही में, 3,000 से अधिक ठगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भारतीय नागरिकों के अलावा अन्य देशों के लोग भी शामिल हैं।
कंबोडिया में ठगों की गिरफ्तारी
भारत सरकार को यह जानकारी मिली थी कि कंबोडिया में स्थित गिरोह भारत में ठगी की अधिकांश घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय ने कंबोडिया सरकार से इन ठगों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया। कंबोडिया सरकार ने भारत की अपील पर त्वरित कार्रवाई की और बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया।
3,075 लोगों की गिरफ्तारी
कंबोडिया में ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ भारत सरकार की अपील पर एक व्यापक अभियान चलाया गया। गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और I4C की मांग पर कंबोडियाई सरकार ने देशभर में छापेमारी की। इस अभियान के तहत 15 दिनों में 3,075 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 105 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। कंबोडिया में 138 स्थानों पर छापेमारी की गई, जिससे बड़ी संख्या में ठगों को पकड़ा गया।
गिरफ्तार लोगों की जानकारी
🚨 105 Indians Among 3,075 Busted in Cambodia’s Largest Digital Scam Crackdown
➡️ Cambodia launches sweeping action on cybercrime syndicates running “digital arrest” scams
➡️ Fraudsters posed as police/government to extort money online
➡️ 105 Indian nationals found involved;… pic.twitter.com/DZV45PMdVy— The Matrix (@thematrixloop) July 23, 2025
गिरफ्तार किए गए लोगों में 606 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा, 1,028 चीनी, 693 वियतनामी, 366 इंडोनेशियाई, 101 बांग्लादेशी, 82 थाई, 57 कोरियाई, 81 पाकिस्तानी, 13 नेपाली और 4 मलेशियाई नागरिकों को भी पकड़ा गया है। इसके साथ ही, फिलीपींस, नाइजीरिया, म्यांमार, रूस और युगांडा के नागरिकों की भी गिरफ्तारी हुई है।
आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए ठगों के पास से बड़ी संख्या में कंप्यूटर, लैपटॉप, फोन, हथियार और ड्रग्स बरामद किए गए हैं। यह जानकर हैरानी होती है कि इस कार्रवाई में चीन और भारतीय पुलिस की नकली वर्दियां भी मिली हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई अभी समाप्त नहीं हुई है और आगे भी गिरफ्तारियां की जा सकती हैं।