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कनाडा में एयर कनाडा की हड़ताल से उड़ानें प्रभावित, यात्रियों में हड़कंप

कनाडा की एयरलाइन एयर कनाडा में 10,000 से अधिक फ्लाइट अटेंडेंट्स की हड़ताल के कारण सैकड़ों उड़ानें रद्द हो गई हैं। इस अप्रत्याशित स्थिति से लगभग 100,000 यात्रियों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हुई हैं। यूनियन और एयरलाइन के बीच वेतन और कार्य की शर्तों को लेकर विवाद चल रहा है। एयरलाइन ने सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है, जबकि यूनियन ने इसका विरोध किया है। जानें इस संकट के पीछे की पूरी कहानी।
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कनाडा में एयर कनाडा की हड़ताल से उड़ानें प्रभावित, यात्रियों में हड़कंप

एयर कनाडा में हड़ताल का संकट

ओटावा: कनाडा की प्रमुख एयरलाइन, एयर कनाडा, में शनिवार सुबह से हड़ताल का माहौल बना हुआ है। एयरलाइन के 10,000 से अधिक फ्लाइट अटेंडेंट्स के अचानक हड़ताल पर जाने के कारण सैकड़ों उड़ानें रद्द हो गई हैं। इस अप्रत्याशित स्थिति का सीधा प्रभाव यात्रियों पर पड़ा है, और अनुमान है कि इससे लगभग 100,000 से अधिक लोगों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं।


सूत्रों के अनुसार, यह हड़ताल वेतन और कार्य की शर्तों को लेकर चल रहे विवाद का परिणाम है। एयर कनाडा के फ्लाइट अटेंडेंट्स का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनियन, कैनेडियन यूनियन ऑफ पब्लिक एम्प्लॉइज, लंबे समय से यह मांग कर रही है कि उनके सदस्यों को केवल उड़ान के दौरान ही नहीं, बल्कि जमीन पर बिताए गए समय का भी भुगतान किया जाए। इसमें उड़ानों के बीच का समय और यात्रियों को विमान में चढ़ाने में लगने वाला समय भी शामिल है।


एयरलाइन ने अगले चार वर्षों में 38 प्रतिशत वेतन वृद्धि का प्रस्ताव रखा था, जिसमें पहले वर्ष में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी शामिल थी। हालांकि, यूनियन ने इस प्रस्ताव को 'अपर्याप्त' बताते हुए अस्वीकार कर दिया और हड़ताल की घोषणा की।


यात्रियों को हो रही कठिनाइयों को देखते हुए एयर कनाडा ने प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। एयरलाइन चाहती है कि सरकार दोनों पक्षों के बीच 'बाध्यकारी मध्यस्थता' का आदेश दे, ताकि इस गतिरोध को समाप्त किया जा सके। हालांकि, कर्मचारियों की यूनियन ने सरकार के इस तरह के किसी भी कदम का विरोध करने की बात कही है।


इससे पहले, शुक्रवार को वित्तीय सेवा फर्म टीडी कोवेन के विश्लेषकों ने भी एयरलाइन को चेतावनी दी थी कि यह हड़ताल एयरलाइन की सबसे महत्वपूर्ण तिमाही की कमाई को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है, जो श्रम लागत पर की गई किसी भी बचत से कहीं अधिक होगी।