Newzfatafatlogo

कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की सोने की तस्करी: DRI ने लगाया ₹102 करोड़ का जुर्माना

कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव को 14.2 किलोग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद DRI ने उन पर ₹102 करोड़ का जुर्माना लगाया। इस मामले में अन्य आरोपितों की भी गिरफ्तारी हुई है, और DRI ने हवाला नेटवर्क से जुड़े कई पहलुओं की जांच शुरू की है। जानें इस तस्करी रैकेट के बारे में और क्या जानकारी सामने आई है।
 | 
कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की सोने की तस्करी: DRI ने लगाया ₹102 करोड़ का जुर्माना

सोने की तस्करी का मामला

Gold Smuggling: इस वर्ष की शुरुआत में, कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की अभिनेत्री रान्या राव को 14.2 किलोग्राम सोने के साथ दुबई से केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर पकड़ा गया था। यह हाल के समय में सबसे बड़ी सोने की तस्करी की घटनाओं में से एक मानी जा रही है। इस घटना ने न केवल कर्नाटक के फिल्म उद्योग में हलचल मचाई, बल्कि व्यापारिक समुदाय में भी चिंता का विषय बन गई।


DRI द्वारा लगाया गया जुर्माना

DRI का जुर्माना

राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने अपनी जांच के बाद रान्या राव पर ₹102 करोड़ का आर्थिक जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना सोने के बाजार मूल्य और अनुमानित चोरी किए गए सीमा शुल्क को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किया गया है। DRI ने यह स्पष्ट किया है कि यह एक आर्थिक दंड है, जबकि आपराधिक मुकदमा और प्रवर्तन कार्रवाई जारी रहेगी।


अन्य गिरफ्तारियां

मामले में और गिरफ्तारियां

जांच में यह भी सामने आया कि रान्या अकेली नहीं थी। व्यापारी तरुण कोंडाराजू, जो सोने के परिवहन में मदद करने का आरोपित है, और जौहरी साहिल सखारिया जैन व भरत कुमार जैन को भी गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपित वर्तमान में परप्पना अग्रहारा केंद्रीय कारागार में बंद हैं। उल्लेखनीय है कि भरत कुमार जैन सोने की बिक्री और हवाला नेटवर्क के माध्यम से धन भेजने में शामिल थे।


विदेशी विनिमय कानून का उल्लंघन

विदेशी विनिमय कानून

DRI ने आरोपितों को फॉरेन करंसी (रेगुलेशन) एक्ट और COFEPOSA (विदेशी मुद्रा संरक्षण और तस्करी रोकथाम) के तहत नोटिस जारी किए हैं। इस नोटिस के साथ मुंबई शाखा के अधिकारियों ने तुरंत जेल जाकर दस्तावेज और सबूत सौंपे।


तस्करी रैकेट का पर्दाफाश

हवाला नेटवर्क और तस्करी रैकेट

DRI ने इस तस्करी रैकेट को दक्षिण भारत के हवाई अड्डों से जोड़ते हुए बताया है, जो सीमा पार वित्तीय नेटवर्क और हवाला संगठनों के माध्यम से संचालित हो रहा था। यह समझा जा रहा है कि जुर्माना केवल आर्थिक दंड है, लेकिन गहन जांच से कई अन्य दलों का भी पर्दाफाश हो सकता है।