कर्नाटक में हिंदी को अनिवार्य विषय बनाने के खिलाफ याचिका को मिला व्यापक समर्थन
कर्नाटक में स्कूलों में हिंदी को अनिवार्य विषय बनाने के खिलाफ एक ऑनलाइन याचिका को 25,000 से अधिक लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ है। यह याचिका 'कन्नड़ ग्राहक कूटा' द्वारा शुरू की गई है, जिसमें हिंदी को अनिवार्य करना 'भाषाई साम्राज्यवाद' बताया गया है। याचिकाकर्ता संतोष कुमार के अनुसार, छात्रों को तीसरी भाषा के रूप में अपनी पसंद चुनने का अधिकार होना चाहिए। यह मुद्दा कर्नाटक और अन्य दक्षिणी राज्यों में लंबे समय से विवाद का विषय बना हुआ है। याचिका का उद्देश्य सरकार पर दबाव डालना है ताकि वह अपने निर्णय पर पुनर्विचार करे।
Jun 14, 2025, 15:11 IST
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