कश्मीर में हर घर तिरंगा अभियान के तहत भव्य रैलियों का आयोजन

कश्मीर तिरंगा रैली
Kashmir Tiranga Rally: कश्मीर के विभिन्न जिलों में 'हर घर तिरंगा' मुहिम के तहत देशभक्ति और एकता का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अंतर्गत आयोजित इन रैलियों का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को अपने घरों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करना और राष्ट्र के प्रति अपनी निष्ठा को फिर से व्यक्त करना था।
रैली में भागीदारी
रिपोर्टों के अनुसार, तिरंगा मार्च में हर जिले से छात्र, युवा, सरकारी अधिकारी, स्थानीय निवासी, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के जवान शामिल हुए। सभी ने अपने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए देशभक्ति के गीत गाए और राष्ट्रप्रेम का संदेश फैलाया।
एकता का प्रतीक
बडगाम में खेल स्टेडियम से शुरू हुई रैली को डीसी डॉ. बिलाल मोही-उद-दीन भट और एसएसपी निखिल बोरकर ने हरी झंडी दिखाई। यह रैली जिला अस्पताल और कोर्ट रोड से होते हुए बेहिश्त-ए-जहरा पार्क में समाप्त हुई। डीसी ने इस अभियान को एकता और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बताया और नागरिकों से अपने घरों और कार्यालयों पर तिरंगा फहराने की अपील की।
विकसित भारत का संकल्प
गांदेरबल में मिनी सचिवालय से कमरिया ग्राउंड तक एक भव्य रैली का आयोजन किया गया, जिसका नेतृत्व डीसी जतिन किशोर ने किया। हजारों प्रतिभागियों ने तिरंगा लहराते हुए विकसित भारत 2047 का संकल्प लिया। स्थानीय उत्पादों के लिए तिरंगा स्टॉल भी लगाए गए।
शहीदों के परिवारों को सम्मान
पुलवामा में डीसी डॉ. बशारत कय्यूम और एसएसपी पी.डी. नित्या के नेतृत्व में रैली आयोजित की गई। इस दौरान शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया और विकसित भारत की प्रतिज्ञा ली गई। बाइक रैली और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने माहौल को जीवंत बना दिया।
शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि
कुपवाड़ा में डीसी श्रीकांत सुस के नेतृत्व में एक मेगा रैली का आयोजन हुआ, जिसमें शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। हंदवाड़ा में एडीसी जावेद नसीम मसूदी और एसएसपी चौधरी मुश्ताक अहमद की अगुवाई में भव्य रैली निकाली गई।
जिले की अब तक की सबसे बड़ी रैली
कुलगाम में मिनी सचिवालय से शुरू हुई रैली में अधिकारी, छात्र और नागरिक शामिल हुए। सड़कों पर देशभक्ति के नारों की गूंज सुनाई दी। शोपियां में डीसी शिशिर गुप्ता के नेतृत्व में 10,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। यह रैली जिले की अब तक की सबसे बड़ी थी और देशभक्ति के गीतों के साथ एक कॉन्सर्ट में समाप्त हुई।
सार्वजनिक स्थलों पर लहराए तिरंगे
बांदीपोरा के गुरेज घाटी में कई रैलियां आयोजित की गईं। छात्रों ने चित्रकला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी देशभक्ति को रचनात्मक रूप से व्यक्त किया। पूरे घाटी में घरों और सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगा लहराता रहा।