कांग्रेस नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा की शादी आज, जानें सभी खास बातें

दिव्यांशु बुद्धिराजा की शादी की तैयारी
डॉ. आयना गिल से विवाह
कांग्रेस नेता दिव्यांशु बुद्धिराजा, जो हरियाणा के करनाल से सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं, आज शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। यह समारोह चंडीगढ़ में आयोजित किया जाएगा। उनकी सगाई 8 जून को चंडीगढ़ में हुई थी। दिव्यांशु ने 2024 में कांग्रेस के टिकट पर करनाल सीट से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 4 लाख 80 हजार से अधिक वोट मिले थे, लेकिन वह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से हार गए थे।
शादी का कार्यक्रम

आज सुबह 10:30 बजे पंचकूला के प्रसिद्ध श्री नाडा साहिब गुरुद्वारे में डॉ. आयना गिल के साथ आनंद कारज होगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे एक पोस्ट-सेरेमनी लंच और रात को पंचकूला के एक निजी विवाह स्थल पर भव्य रिसेप्शन का आयोजन किया गया है।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस विवाह समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा सहित कई प्रमुख नेता शामिल होने की संभावना है। दिव्यांशु ने राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं को निमंत्रण भेजा है।
राहुल गांधी को निमंत्रण
दिव्यांशु ने खुद दिल्ली जाकर राहुल गांधी को शादी का निमंत्रण दिया। इसके अलावा, उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, दुष्यंत चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा और अन्य कांग्रेस नेताओं को भी निमंत्रण दिया है।
डॉ. आयना गिल का परिचय

दिव्यांशु की होने वाली पत्नी डॉ. आयना गिल पेशे से डेंटिस्ट हैं। उन्होंने पंजाब से बीडीएस और हिमाचल से एमडीएस की पढ़ाई की है। आयना अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। उनके पिता अमरदीप सिंह गिल भी डॉक्टर हैं और चंडीगढ़ में अपना क्लिनिक चलाते हैं, जबकि उनकी मां गिन्नी दुग्गल मोहाली में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) हैं।
पहली मुलाकात का किस्सा
दिव्यांशु ने बताया कि यह पूरी तरह से अरेंज मैरिज है। रिश्ते की शुरुआत किसी करीबी रिश्तेदार ने की थी, जिन्होंने आयना के परिवार से उनकी शादी की बात की। पहली मुलाकात 27 मई को एक विवाह समारोह में हुई, जहां दोनों परिवारों को एक-दूसरे की सोच और संस्कार पसंद आए। कुछ समय बाद रिश्ता पक्का हो गया।
दिव्यांशु का राजनीतिक सफर
दिव्यांशु बुद्धिराजा यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हें असली पहचान करनाल लोकसभा सीट से मनोहर लाल खट्टर के सामने चुनाव लड़ने के बाद मिली। उनके परिवार में उनके पिता लाजपत राय, बड़े भाई हिमांशु बुद्धिराजा, भाभी और दो भतीजे शामिल हैं।
पिता का पेशेवर जीवन
दिव्यांशु के पिता लाजपत राय रोहतक कमिश्नर ऑफिस से रिटायर्ड हैं। उनके बड़े भाई हिमांशु की शादी हांसी के एक साधारण परिवार में हुई है और वह गोहाना की पंजाब नेशनल बैंक ब्रांच में क्लर्क हैं। दिव्यांशु की मां कुसुम लता का निधन 2022 में कोविड महामारी के दौरान हुआ था, जिससे परिवार को गहरा आघात पहुंचा।