कांग्रेस नेताओं का केंद्र सरकार पर हमला, एसएससी प्रदर्शन में पुलिस लाठीचार्ज की निंदा

दिल्ली में एसएससी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
दिल्ली के रामलीला मैदान में एसएससी अभ्यर्थियों और शिक्षकों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के मामले में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर कड़ा हमला किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने इस घटना को न केवल अमानवीय, बल्कि एक डरपोक सरकार की पहचान बताया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा, "रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे एसएससी अभ्यर्थियों और शिक्षकों पर बर्बर लाठीचार्ज—यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि एक डरपोक सरकार की पहचान भी है। युवाओं ने केवल अपना हक मांगा था—रोजगार और न्याय। लेकिन उन्हें क्या मिला? लाठियां। यह स्पष्ट है कि सरकार को न तो देश के युवाओं की चिंता है और न ही उनके भविष्य की। क्यों हो? यह सरकार जनता के वोटों से नहीं, बल्कि वोट चुराकर सत्ता में आई है।"
राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार लगातार जनता के अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने आगे कहा, "पहले वोट चुराएंगे, फिर परीक्षा चुराएंगे, फिर नौकरियां चुराएंगे, और अंत में आपका हक और आवाज दोनों को कुचल देंगे! युवाओं, किसानों, गरीबों, बहुजनों और अल्पसंख्यकों को इनकी जरूरत नहीं है, इसलिए आपकी मांगें कभी इनकी प्राथमिकता नहीं होंगी। अब समय है—डरने का नहीं, डटकर मुकाबला करने का।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी छात्रों पर पुलिस बल प्रयोग को अमानवीय और शर्मनाक बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा, "दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर रहे एसएससी छात्रों पर पुलिस बल प्रयोग अमानवीय और शर्मनाक है।"
उन्होंने आगे कहा, "हर परीक्षा में धांधली, हर भर्ती में घोटाला और पेपर लीक से पूरे देश के युवा परेशान हैं। भाजपा राज में भर्ती प्रक्रियाओं और परीक्षाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहा है। इसे सुधारने और युवाओं की बात सुनने के बजाय उन पर लाठियां बरसाना दुर्भाग्यपूर्ण है। छात्रों पर क्रूरता बरतने के बजाय उनकी बात सुनी जानी चाहिए।"