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किसानों के लिए एनपीएसएस मोबाइल ऐप: कीट और व्याधियों की त्वरित जानकारी

फरीदाबाद में किसानों को एनपीएसएस मोबाइल ऐप के माध्यम से कीटों और व्याधियों की त्वरित जानकारी दी गई है। इस ऐप का उपयोग करके किसान अपनी फसलों की सुरक्षा कर सकते हैं और अनावश्यक रासायनिक पेस्टिसाइड के उपयोग से बच सकते हैं। जानें इस ऐप के लाभ और किसानों के लिए इसकी उपयोगिता के बारे में।
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किसानों के लिए एनपीएसएस मोबाइल ऐप: कीट और व्याधियों की त्वरित जानकारी

फरीदाबाद में किसानों को दी गई एनपीएसएस ऐप की जानकारी


(फरीदाबाद समाचार) पृथला। भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत फरीदाबाद में क्षेत्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र (सीआईपीएमसी) द्वारा कपास की फसलों का सर्वेक्षण किया गया। इस दौरान, ग्राम धानी मोहब्बतपुर के किसान बलवान सिंह ने अगेती कपास की खेती की थी, जिसमें गुलाबी सुंडी का प्रकोप पाया गया। अन्य खेतों में यह समस्या नहीं देखी गई।


किसानों को कीटों और व्याधियों से निपटने के लिए यांत्रिक और बायो पेस्टीसाइड उपायों की जानकारी दी गई। उन्हें सलाह दी गई कि फसल के प्रारंभिक चरण में कीटों की निगरानी के लिए कम से कम दो फेरोमन ट्रैप का उपयोग करें। सर्वेक्षण के दौरान, किसानों को एनपीएसएस मोबाइल ऐप के उपयोग के बारे में भी बताया गया।


कपास के पुराने अवशेषों का प्रबंधन


किसानों को सलाह दी गई कि वे अपने खेतों के आसपास कपास के पुराने अवशेषों को मिट्टी में दबा दें या पॉलीथीन से ढक दें। इससे वे ऐप के माध्यम से कीटों और व्याधियों की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकेंगे और अनावश्यक रासायनिक पेस्टिसाइड के उपयोग से बच सकेंगे।


इस संयुक्त सर्वेक्षण में भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ हरियाणा राज्य सरकार के जिला कृषि विभाग के अधिकारी भी शामिल थे।